नमस्कार। आज मैं आपके लिए लाई हूँ। मेरा जीवन। मेरा जीवन। ये मेरे कविता का शिव सुक है। मेरा जीवन। दनादन रहे गया। मेरा जीवन तनाहटनहादनहही रहे गया। जो अपना था। यह जो अपना था। यहाँ सब स्वस्थ। दूर गया। मेरा जीवन। तन रह गया। लालच की 1 आदि दूर हुई। से न कनक की। न चमक की कैसा। सु टूट गया। अपनो रह गया। मेरा जीवन। तन। तन। तना रहे गया। लालच का जमना। बकानी में हुई। दोस्त सखा। ना भाई किसको कहु में नित गया। अस्तित्व जहा में।
Prabha Iyer
@PSPV · 1:16
नमस्ते? मैम? आपका। ये जो गीत मेरे जीवन के बारे में है? बहुत दुख से मुझे लग रहा है। आप लिखे हैं? बिकॉज? मेरा जीवन, तन्हा तन्हा तन्हा ही रह गया। आपने जिस तरह से इसको मैनिपुलेट करके अपने शब्द में इसको जैसे बनाये हैं। तो बहुत अच्छा लगा। और यह मुझे खींचा जा रहा है। वो गाने। पर। मेरा जीवन कोरा, कागज कोरा ही रह गया। जो लिखा था सू के संग गया। मेरा जीवन। मेरा जीवन कोरा, कागज कोरा ही रह गया। रिलेटेड तो सेम मीनिंग तनहा तनहा ही रह गया। sometimes?