हेलो फ्रेंड्स आज मैं आपको औरत के बारे में 1 कविता बताने जा रही हूँ। जो मैंने लिखी लिखी थी। मैं अम्बर में सितारा हूँ, मैं ही चंद और तारा हूँ। मैं धरती में नजारा हूँ, मैं ही जल की धारा हूँ। मैं हवा में फिजा हूँ में ही मौसम का इशारा हूँ। मैं फुल में ही खुशबू में ही जन्नत का नजारा हूँ। धन्यवाद।