TAHA KAMAL
@Aawaz · 2:47
RIP - A tribut me to Amin Sayani sahab
नमस्कार? आदाब। सतseकालमैtहकmal। was दोस्त यार से बात करने में। बहुत दिनों बाद आया है। और उसकी 1 वजह भी है। वजह बहुत दुख भरी है। दुख ये है कि हमारे अमीन सायानी साहब हमारे बीच नहीं है। अमीन सायानी साहब। आपके बारे में। मैं क्या? बताऊँ? खाली? मैं ही नहीं। शायद आज की डेट में कोई ऐसा बंदा होगा। जो अगर आवाज और अंदाज की बात करे। तो शायद उनके बारे में नहीं जानता हो? सभी जानते हैं।