Prashant Kumar
@smileypkt · 4:24
Power of Personal routine
तो इस चीज को खुद के ऊपर नेगेटिवली हावी नहीं होने देना है की वो आपके ऊपर गिल्ट इतना हावी हो जाए की आप जो कर सकते थे बेहतर वो भी न कर पाए। तो हमेशा पर्सनल रूटीन बनाइए और उसको फॉलो कीजिए बहुत बहुत धन्यवाद और आपके थॉट्स के इस स्वेल कास्ट को लेकर आप अपना रूटीन कैसे मैनेज करते हैं आप शेयर कर सकते हैं ताकि जो स्वेल सुनेंगे जो लोग उनकी भी मदद हो जाए कि वो अपनी लाइफ को किस तरह से 1 अच्छा रूटीन के साथ मैनेज कर सकते हैं वो 1 ऐसा रूटीन डेवलप कर सकते हैं खुद के लिए जो उनको फॉलो करना ईजी हो।
Ranjana Kamo
@Gamechanger · 0:55
थैंक यू प्रशांत ये आपने बिल्कुल ठीक बोला क्योंकि कॉपी पेस्ट करने से नहीं चलता है सबकी लाइफ अपने आप में अलग है यूनिक है तो हमें अपने हिसाब से देखना चाहिए कि कौन सी रूटीन हमारे लिए सही बैठेगी क्योंकि हमे जो अचीव करना है वो दूसरे को नहीं करना और जो लोग अचीव कर रहे हैं वो हमें नहीं करना है तो हमारी अपनी 1 गोल है हमारा 1 रोड मैप है उसके हिसाब से हमारे को अपनी रूटीन सेट करनी होगी और हमारी जो फैमिली की लिमिटेशन्स हो सकती है हमारे काम की लिमिटेशन हो सकती है और कोई कुछ न कुछ ऐसा हो सकता है जिसकी वजह से हमारी रूटीन औरों से अलग हो सकती है लेकिन हां 1 सेट रूटीन डिसिप्लिन रुटीन लेकिन अपने हिसाब से और अपनी शर्तों पे तो वो ही सबसे बेस्ट है और ये आपने बहुत अच्छा पॉइंट रेज किया है थैंक यू सो मच फॉर शेयरिंग टेक कर बरबाई।
एंड सबको मेरा यही सन्देश है कि आजकल के सोशल मीडिया से इन्फ्लुएंस होकर कोई गलत राह नहीं पकड़नी चाहिए कि जो सबके लिए कष्टकारी हो, लाइफ है यार हेल्थ को ध्यान में रखते हुए काम करो न कि कॉपी पेस्ट करते हुए। हेल्थ सही है तो लाइफ में छोटी सी छोटी खुशियां जिंदगी साकार कर देते हैं।
Prashant Kumar
@smileypkt · 1:10
आपका बहुत बहुत धन्यवाद मैं जो आपने अपने पर्स्पेक्टिव से 1 पर्सनल रूटीन के पार को एक्सप्रेस किया की किस तरह से जब इंसान अपने गोल के अकॉर्डिंग खुद से खुद के लिए 1 रूटीन तैयार करता है दूसरों से सीख करके ना कि कॉपी पेस्ट करता है तो उसके लिए कितना ज्यादा ईजी हो जाता है आगे ग्रो करना और ये बहुत इम्पार्टेंट है हमारे लिए समझना कि सबका लाइफ स्ट्रगल अलग है, गोल अलग है और गोल पाने का जो तरीका है वो भी सबका अलग होगा क्योंकि सबको 1 ही सिचुएशन में नहीं है सबका माइंडसेट 1 जैसा नहीं है हार्ड करने की क्षमता सब में 1 जैसी नहीं है, सोचने की क्षमता सब में 1 जैसी नहीं है क्रिएटिविटी सबमें 1 जैसी नहीं है तो जो रास्ते होंगे वो भी अलग होंगे है न तो हमको ये देखना होगा की किस तरह से हम मैनेज करते हैं अपने पर्सनल रुटीन को और उसके अकॉर्डिंग हम ग्रो करते हैं और मैं बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहूँगा आप सभी का आप इतना जादा लोग सपोर्ट कर रहे हैं और मैं खुल कर अपनी बात यहाँ पर कर पाता हूँ इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद सबका।
Prashant Kumar
@smileypkt · 1:36
यह सबसे बड़ा रीजन है कि हम अनसक्सेसफुल रह जाते हैं लाइफ में और 1 मिजरेबल लाइफ जीते हैं, 1 दुखी जीवन जीते हैं क्योंकि हम कॉपी पेस्ट करने की कोशिश करते हैं कि उस इंसान को जैसी सफलता मिली है मुझे भी वैसी सफलता चाहिए और उस इंसान ने उस सफलता को जैसा पाया है मैं भी वैसे ही पाऊँगा जब आप उस इंसान से अलग है, आपका एटीट्यूड अलग है, आपका बिहेवियर अलग है, आपकी क्रिएटिविटी का लेवल अलग है तो आप उसके जैसे किस तरह से ग्रो कर सकते हैं।
Ranjana Kamo
@Gamechanger · 0:26
धन्यवाद प्रशांत। अब ने बिल्कुल ठीक कहा कि हर किसी को जो भी क्षमताएं हैं, वो सब अलग अलग है। तो फिर गोल्स भी अलग है। उसको पाने का तरीका अलग है। इसलिए हर किसी का रास्ता भी अलग होगा और सबकी रुटीन भी उसी हिसाब से बनेगी तो उस हिसाब से ही हमें चलना होगा। थैंक यू सो मच फॉर शेयरिंग।