बहुत जरूरी। मैंने इस कविता में कहने की कोशिश की है कि हम बहुत आधुनिक होते जा रहे हैं। बहुत आगे बढ़ गए है। लेकिन जो हमारे संस्कार हैं, उनको हम भूल? नहीं? भूले? नहीं। वो भी। बहुत जरुरी है। आधुनिकता को अपनाना है। लेकिन उसमें अच्छी चीजों को? जो हमारे लिए लाभ प्रद, उन्हीं को अपनायें। और पुरानी परंपराओं को नहीं। छोड़े। आशा करती हूँ यह कविता को। पसंद। आएगी। बताइएगा? कैसी? लगी? थैंक? यू?
यह पूजा में अपने ट्रेडिशनल ड्रेस भी पहन सकते हैं। इस तरह से आधुनिकता का और संस्कृति का समागम हो सकता है। धन्यवाद। आप इसी तरह की कविता लिखते रहिएगा। और हम सबको सुनाते रहिएगा।