असल जिंदगी में हिम्मत तो न हुई मुझसे बस ख्यालों में ही प्यार कर लेता हूं तुम्हें असल जिंदगी में हिम्मत तो न हुई मुझसे बस खयालों में ही प्यार कर लेता हूं तुझे खयालों में ही छू लेता हूं तुझे क्या तुम माफ कर पाओगी मुझे क्या तुम माफ कर पाओगी मुझे कि मैं बस खामोश रहता हूँ अपने जज्बातों के तले कि मैं बस
Himanshi Thakur
@GreyMatter · 2:57
उनको तो शायद वो उनकी सोच मनी पर सही में। प्रत्यक्ष, उनके जीवन में होती है। बहुत ही सुंदर थॉट के साथ। लिखा है। अपने पोएम। बहुत ही। जैसे। कि कहा ब्यूटीफुल साइड? इज द। वर्ल्ड। बहुत बहुत शुक्रिया। आपका। आपने इनवाइट किया। आपने पोस्ट किया। और इतनी सुन्दर कविता लिखी। जो प्रेम। और जो। ये रिश्ते हैं। इनके अलग अलग पहलुओं। पर। जो आप लिख पाते हैं। जैसे बिट्रेयल का लिखा आपने इंग्लिश वाली पोयम में ऑपसिडियनलाभमें। फिर अभी।
preethy uthup
@peeli · 1:18
hi others i don⁇t know how to talk in hindi but i clearly undestudeachiry which you said and it so beautiful and you know it really captors a different sort of emotion like you know that you know that some sort of emptiness and they know trying to fill thatemtinus with the call that you have and you know its all there up there but you
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 2:00
बहुत बहुत धन्यवाद। इनवाइट। na na invite jana बहुत beautifully sand absolutly बहुत से आपने सोलेट। और हाँ काफी टाइम बाद सोनाटी। घर में कोई कहता था बस ऐसे ही जो है। कई बार। लगता है। मुझे न वेंडिंग इमोशनस आना आना चाहिए ये मैंने लिखा हुआ था कई दिन से। तो कल रात को मेरे को बड़ा ऑप्टिमम महल सा मिल 7 तो नहीं था हाँ जैसे कहते हैं न थोड़ा मेलो टाइप हो रखा था।
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 3:17
and then so yes yes for treis the essence of my life and would definitely make it a point to be very regle glad with my sil preety that for last couple of months know i⁇vebenable to do that so im very happy with the consistency that are benabletomentin on this platform this is a very new new aspect for me to mentain consistency in any of such platform
नमस्कार? आज जय माता दी। अभी आपकी कविता सुनी। बहुत अच्छा लगा। और आपने सही कहा की कुछ ऐसा बयान नहीं किया जा सकता। और घर में शोर है। इसलिए मैं थोडा हल्की। आवाज में। रिप्लाई। में। कहना चाहती हूँ कि बहुत ही अच्छा लिखा। आपने। इतनी गहराई? इतनी ज्यादा? यू नो? कुछ ऐसा। कुछ। कुछ। आपने जिस तरह से अपने भावों को व्यक्त किया है। ऐसा लग रहा था कि बस सुनती रहूं।
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 1:33
बड़ा सोचना है की कॉनवरसेशन सौरी से स्टार्ट नहीं करना चाहिए क्योंकि फिर मुझे लगता है कि जो कॉन्वर्सेशन सौरी से स्टार्ट होती है उसका अंत क्या होगा और वो न अंत भी छोड़ी है ये 11। आपको पता भी नही चलेगा सब कांशस ली आप फील करने लगोगे लॉन्ग टम में। बहुत इम्पैक्ट करेगा आज नहीं। 5। 10 साल बाद। बहुत उसका साइकोलॉजिकल। इम्पैक्ट होता है तो बस ग्रेंगपजस्टठीक है हो जाता है शोर
हेलो आदिश्री। आपकी स्वेल सच में बहुत बढ़िया है और लास्ट में आपने जो कहा न मैं वहीं हूं। तू कहा है? मैं सपनों में? ख्वाबों में हूं? ऐसा जो कहा न मुझे बहुत अच्छा लगा और आपके स्वेल के जरिए जो फीलिंग्स का अप प्रकट किए। मुझे बहुत डिफ्रेंस अलग सा फील हुई और साथ ही साथ आपकी आवाज में आपकी। यह कविता सुनकर। मैं भी बहुत इमोशनल हो गई हूं और अपने बहुत सारे इमोशंस 1 ही साथ अपने शब्दों की शब्दों के जरिए हमारे हम सबके साथ शेयर करने की कोशिश की और मुझे आपकी हर 1 लाइन बहुत अच्छा लगा।