तभी मेरी जिंदगी बदल गयी
और उसके बाद फिर वो खुद को बहुत मोटिवेट करती है। और सोचती है कि मैं खुद के ऊपर ज्यादा ध्यान दूंगी। और खुद को आगे बढ़ाऊंगी। मैं टूटूंगी? नहीं? तो इस कविता का शीर्षक है। तभी। मेरी जिंदगी बदल गई। जो अभी दुनिया में नहीं थाई। उसने लोगों की दिखा दी। सच्चाई? जो अभी दुनिया में नहीं थे। आई? उसने लोगों की दिखा दी। सच्चाई? अभी तो 1 बीज ही था। अंकुरित। लोग तब भी रोजना चाहते थे। उसे? बस? नहीं था।
Kunal Jain
@sonofindia · 0:48
बहुत बहुत बधाई। और इसी तरह के अच्छे। अच्छे। क्रिएटिव ख्याल जो है उनको आप कलम बंद? करते? रहिये? लिखते रहिये। और उससे लोगों का भी फायदा होता है? भला होता है। उनको भी नया? नया। कुछ सोचने को मिलता है। नए विचार मिलते हैं। और आपकी क्रिएटिविटी? तो आगे बढ़ती है। बहुत बहुत बधाई। थैंक यू वेरी मच।
कुणाल जी आपका बहुत बहुत शुक्रिया। आपने समझा इस विषय को और बहुत ही सराहा। मैं इस बात से बहुत खुश हूँ और मैं आपको शुक्रिया करना चाहती हूं आप ये बहुत ही मार्मिक विषय है और सेंसिटिव भी है।
Swell Team
@Swell · 0:15
Kunal Jain
@sonofindia · 0:47
स्वाती जी आप बहुत हिम्मत वाली महिला हैं तो अपनी हिम्मत बरकरार रखिये। और अंग्रेजी में 1 शब्द होता है उसका नाम होता डेयरिंग डी ए आर आई एन जी। तो जब ये कविता सुनते हैं तो आप आपकी हिम्मत और उसकी दाद देनी पड़ेगी। और इसमें कोई घबराने की बात नहीं है। मार्मिक? इशु, सेंस्टिव इशु। ये सब होते हैं। जीवन में। सब आती हैं? चीजें आती हैं? निकल जाती हैं। लाइफ का पार्ट है? तो लिखने से क्या होता है कि आपकी हिम्मत और बढ़ती है? तो लिखना है बिल्कुल?