नमस्कार मैं भूमि पंड्या। आज आपके सामने पेश करने वाली हूँ। 1 हिंदी गजल जिनकी लेखिका। जी हैं? ललिता जी? जोशी जो कि कोलकाता से हैं। और तो चलिए आज मदरसे माँ के बारे में ही ये गजल होगी। तो शुरू करते है। माँ मेरे संग गुनगुनाती थी। की माँ मेरे संग गुनगुनाती थी। प्यार मुझ पे सदा लुटाती याद बचपन की वो सभी बातें। याद बचपन की वो सभी बातें। हर घड़ी मुझको याद आती। माँ ने ही सीख दी। वही थी गुरु। माँ ने ही सीख दी। वही थी गुरु क्या सही?

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