Deepanshu Saini
@Shorty_shot · 2:05
Kali in raaton me na roshni hai chand ki
we khtehekhagusr mit him to dot a car? से gusrkalinrato? rose can? रोशनी सुबह के पर? सुबह? सीना ये ताज की दोपहर भी। खामोश। ना, शामों में? है। येशादवीसिमटायचर दुविधा। मेरे, अपने आप की। उठता? सवेरा। वो, ली, अधूरी, नींद, सहम, सा, गुस्सा, बसलिएमनमेटीज की लड़नी? पड़ेगी फिर से। वो। लड़ाई, इसी कश्मकश जाए? दोपहर, उसकी भीत शुरू होती है कोशिश? शाम होते उसकी रात? तक?
हेलो? आपकी पोएम में सच में बहुत ताकत है? क्योंकि यह 1 ऐसा पोएम है जो सबके दिल की बात को बाहर ला रही है और सबको कुछ भी होने 2 फिर भी आगे बढने की हिम्मत दे रही है तो सच में आपकी जो टाइटल और आपकी जो पोएम है वो प्रसंसनीय है।