Nishant Sharma
@Rainlover · 3:51
Ishq ka Q&A | | Rainlover Originals
आज 1 छोटे से कॉन्फ्रेंस में 1 जनरलिस्ट ने बहुत प्यारा सा सवाल किया मुझ से पूछा की निशांत ये बताओ when you re in love तो तुमने एक्सप्रेस कैसे किया था पहले तो हंसी आई वो सारे वो 1 मोमेंट था मेरे टाइम का कहते है न कि कॉलेज खत्म हुआ था और थोड़ा इंटरवल था उस टाइम पे तो ज्यादा बोलता नहीं था बस लिखता था लिखने का शौक पुराना है सो मैंने कहा की कुछ लिखा था मैंने और मैंने बस वो पेपर कहते है क्रश करके उसके बैग में डाल दिया था सो सो शी सेड की चलो सुनाओ की हाव यू डिड दा तुम बड़े प्यार की बातें करते हो इस की बातें करते हो तो ठीक है मेर को आज भी उसकी लाइनें याद है वही मैं शेयर कर रहा आप सब के साथ भी हो आप सब को अगर पसंद आए तो लाइक और रिप्लाई करो यार मोटीवेट कुछ नया लिखो कुछ नया रिकॉर्ड करूँ जो आपको सुकू दे और मुझे लिखने का थोड़ा सा मोटिवेशन मिल जाए सो एनीवेज चलिए कुछ ऐसा लिखा था मैंने कि चल आज मेरा हाथ थाम कर 1 ऐसे मोहब्बत के रास्ते पर जहाँ बिछड़ने का रिवाज न हो जहाँ तू अपनी बिखरी जुल्फों से निकाल कर कुछ यूं मेरी रूह तक पहुंचे की वापस जाने की कोई रात तेरे पास न हो चल चल आज तेरे दर कुछ अपने हौसलों से बाँट लूँ तेरे नम पलकों को समेट कर तेरे लबों को अपनी मुस्कान 2 के चल चल आज तेरे लिए मैं कुछ यूं हारूँ की जहाँ की हर जीत को तेरे नाम कर दूँ चल चल ऐसी मुहब्बत करूँ तुझसे के मेरे हौसलों के पंख लगाकर तू अपने आसमान में कहीं उड़ जाए और फिर कभी सुकू की तलाश हो तो तेरी निगाहों में मेरी तलब नजर आए के चल चल 1 ऐसी मोहब्बत दू तुझे के मेरी मुस्कराई हटे हर दम तेरे चेहरे पर हो और दुनिया तुझे उसी सूरत में पहचाने मगर फिर कभी तेरी पलकें नम हो तो तेरे लबों पर बस मेरा ही नाम हो तू बढ़ता रहे अपने मंजिलों की और बेखौफ सा मगर शाम ढलते कभी तेरे कदम डगमगाए तो तेरे हाथ को मेरे साथ की तलाश हो खुदा नवाजे तुझे ऐसे तालीम से की वजह बन जाए तो हर किसी के मुस्कराने की मगर कभी रात के अंधेरों में तो बिखरे तो तेरे रूको मेरे साये की तलाश हो चल चल ऐसी मोहब्बत करूँ तुझसे के तेरे सुकू का घर बन जाओ मैं की जहाँ तेरी खामोशी को मेरी निगाहें लव लव बया करें जहाँ महेज मेरी मौजूदगी तेरे टूटे जस बातों को सूखे पत्तों सा समेट ले कि जहाँ ये पूरी दुनिया तेरा उठता सूरज देखे वहाँ तो हर ढलती शाम मुझसे बाट सके मगर इस मोहब्बत के बाद तुम 1 वादा करना के तुम मेरे जसम से नहीं मेरे निगाहों से उलझना तो मुझसे नहीं मेरे खामियों से लड़ना और जब कुछ तुमसे पूछे की मोहब्बत क्या है तो आँखों में फ*्र लेके बस मेरा नाम लेना बस मेरा नाम लेना शुक्रिया कुछ ऐसा ही लिखा मैंने और आई होप कहीं पे कुछ क*ी सी लगी कुछ लगी हो आप सबको तो डोगी बेटर रिप्लाय और all be happy to refined things so anyways this is me nishant railloveraileve show siding off for now do follow for more and state for my next aplod sea।
Neelam Singh
@NEELAM · 0:40
आपकी कविता हमें अच्छी लगी हमने सुना मैं भी 1 राइटर हूँ कविता लिखती हूं तो मैं भी आपको इसी बात पे सुना देती हूं हजारों हों बाघों में फूल हमें क्या करना हजारों हों बाघों में फूल हमें क्या करना 1 गुले गुलाब से अपना हो वास्ता मंजिल तक पहुंचने को लाख मिले कारवाह हमें क्या करना मंजिल तक पहुंचने को लाख मिले कारवाह हमें क्या करना हाथ थाम कर जो सुक** दिला दे दिल को ऐसा खूबसूरत सा हो अपना भी रास्ता ऐसा खूबसूरत सा हो अपना भी रास्ता।