तभी। 1। रूस। मन के दरवाजे पर। दस्तक दी। किसी ने। वह। मुस्कराया सट कर। बैठ गया। कहो कैसी हो कुछ तो भूलो मन के भेद खोलो। उसकी एहसासों की। भाषा। अपनत्व का दिलासा। अंतस में। मिश्री खोल गया। अधर। फटफड़ाकर कांप। उठे। सकुचाई। निगाहों ने। कह दिया हाल दिल। का। आँखों के सुर्ख। डोरे बन गए। हृदय। उद्गारों की पंक्तियां। अनकहीं बत्तियां। अन।