याद आता है वो बचपन का सावन वो घर जिसमें खिलखिलाता था मेरा नन्हा सा बचपन यादें वो बचपन की चमकाती है आंखें यादें वो बचपन की चमकाती है आंखें। उम्र मानो उम्र बढ़ जाने के बाद भी, उम्र मानो उम्र बढ़ जाने के बाद भी नन्ही बच्ची सी हो जाती है धन्यवाद।
याद आता है वो बचपन का सावन वो घर जिसमें खिलखिलाता था मेरा नन्हा सा बचपन यादें वो बचपन की चमकाती है आंखें यादें वो बचपन की चमकाती है आंखें। उम्र मानो उम्र बढ़ जाने के बाद भी, उम्र मानो उम्र बढ़ जाने के बाद भी नन्ही बच्ची सी हो जाती है धन्यवाद।