@nikhil5155
Nikhil Kumar
@nikhil5155 · 1:10

Sapno ke Saudagar!

article image placeholderUploaded by @nikhil5155
अवश्य में चांद दिखाते हैं। पर क्यों? किसी का मन? बहलाते? हो? कागज की नाव में? बैठा? जहाँ की सैर कराते हैं? जो 2 पल की रोटी को है? मोहताज? उन। 2 के पेटों को? चांद। पर? किले बनाने को? क्यों उकसाते? हो? क्या? हो? जज? नदिया? चले? पर्वत की ओर? हवा? प्यास जाए? धरती? और आकाश? मिल जाए? 1 दूजे से मिल जाए। समुद्र की चोर।

#truth #life #reality

@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:18
हेलो? गुड? ईवनिंग निखिल जी बहुत बहुत प्यारी कविता थी जो आपने विषय चुना वो खुबसूरत और उसपे शब्द जोड़े उससे भी ज्यादा बढ़िया। बहुत प्यारी। point it all the very best।
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