और मैंने सोचा। सभी के साथ ये शेयर करूं। काश काश कुछ दिनों के लिए दुनिया को छोड़ जाना मुमकिन होता काश कुछ दिनों के लिए इस दुनिया को छोड़ जाना मुमकिन होता सुना है सुना है बहुत याद करते हैं। लोग। दुनिया से चले जाने के बाद। कुछ खास नहीं। कुछ खास नहीं। बस। इतनी सी मोहब्बत हो तो मेरी कुछ खास नहीं। बस इतनी सी मोहब्बत हो तो मेरी रात का आखिरी। ख्याल।
The mystic
@The.mystic01 · 0:50
हाई नेहा। बहुत अच्छी शायरी थी। जो आपने प्रेजेंट की अभी और शायरी चलो अपनी जगह है। बहुत अच्छी जो आपने सुनाई। लेकिन जो आपका प्रेजेंटेशन का तरीका है? जो शब्दों को बया करने का तरीका है। जो बोलने का आपका अंदाज़ है वो सच में ही बेमिसाल है? शानदार है। और 1 अच्छे वक्त तक ये पहचान है की उसको पता होता है की कौन सी चीज को कहाँ बोलना है? कहाँ पर पोज देना है? शब्दों को किस ढंग से पिरो बोलना है? और यही उसको भीड़ से अलग खड़ा करता है। और उसकी वाणी में और जो तेज लेकर आता है तो वो है। आपके।
हाई नेहा। आपकी ये शायरी मुझे बहुत अच्छा लगा। और जब आप कहते थे न काश हम कुछ दिनों के लिए यहां से कहीं दूर जा पाते? तब मुझे बहुत कनेक्टेड लगा था क्योंकि मैं हर बार यही सोचती रहती हूं क्योंकि लोग जब हम दूर हो जाते हैं तब हमारा वैल्यू रियलाइज करते हैं तब हमें चाहने लगते हैं और हमारे लिए वेट करने लगते हैं। तो मुझे भी कभी कभी ऐसा लगता है कि क्या एकदम हम अचानक से यहां से गायब हो जाएंगे और तब यह पीपल हमारे वैल्यु रियलाइज करेंगे। मैं इसे बहुत बार सोचती रहती थी और आपकी यह शहरी मुझे बहुत अच्छा लगा और बहुत कनेक्टेड फील हुआ था।