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@Nehakesaath · 3:51
"पिता का घर" "meri kalam se"
हेलो नमस्कार आदाब सत्या काल मेरे प्यारे स्वेल फ्रेंड्स आशा करती हूँ। आप सभी खैरियत से होंगे। आज मैं आप सब के लिए अपनी 1 राइटिंग लेकर आई हूं जो मैंने अपने दिल की गहराइयों से लिखी है। एंड शायद कहीं न कहीं हर वो लड़की इससे कनेक्ट करेगी? मेरी शादी को 17 साल हो गए हैं पिता का घर छोड़े 17 साल हो गए हैं। मगर आज भी वो घर वो गलियां वो बिताए, पल वहां जैसे आँखों में बसे हैं और कई बार ये सवाल उठता है मन में कि क्यों क्यों छूट गया? वो घर वो गलियां?
हाई नेहा आपने जो कहा वह बिल्कुल ठीक था। हर 1 लड़की के मन में ये सारे सवाल उठते रहते हैं। और इस सवाल इन सवालों का जवाब ढूंढने की हर किस कोशिश करती है। पर पता नहीं चलता कि ऐसा क्यों होता है? रिवाज क्यों बनाया गया है? और क्यों? ऐसी बलदान सिर्फ लड़कियों को देना पड़ता है? और आपने सही? कहा? मतलब? एकदम अचानक से सब कुछ बदल जाता है? जहाँ प्यार से समझाया जाता है। बाहर से हम ऐसी जगह चले जाते हैं जहाँ हर 1 छोटी गलती के लिए ताना मारा जाता है। तो आपने सच में बहुत अच्छी स्वेल बनाई।
Kunal Jain
@sonofindia · 4:49
उनको लगता है कि यह तो हमारे सब काम करेगी और स्पेशली अगर आप सिर्फ घर पर रहते हैं तो अपेक्षाएं कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। और उसमें मेरा कहना? सिर्फ? इतना सा है? कि आप? ऐज? महिला? ऐज? वुमन। 1 आपकी खुद की सोच? वो आपकी है? 1 उनकी सोच उनकी है? इंसान कहीं भी गलत या सही? नहीं होते। हमारे जो आते हैं? या हमारा जो कैरेक्टर है कुछ चीजें हैं वो हमें अच्छी लगती हैं और कुछ चीजें हैं। वो दूसरे इंसान को अच्छी लगती है।
zeba sahib
@Sahibzaaadi · 2:38
तो ऐसा भी होता है कि कभी कभी लडकिया अपने ससुराल में इतना कंफकंफरटेबल हो जाती है की उनको अपना मायका याद भी नहीं आता। और ऐसा नहीं है कि कोई अपने माँ बाप को पूरी तरीके से भूल जाता है। पर ये जो इमोशनल तरीके से मिस करना के अरे? ये बात। यह इसलिए मिस किया या ये नहीं कर सकती। मैं अपने घर में। या आज? अगर तबियत खराब है तो मैं देर से नहीं उठ सकती। मुझे ही सारा काम करना है। कोई मेरी मदद करने वाला नहीं है। यह सारी जो फीलिंग थी ये उनमें मैं? नहीं। कहूंगी?