N M
@Nehakesaath · 3:34
"Mere bacche ab bade ho gaye hai aur hum akele ho gaye hai" bahut hi pyaari aur saachai se bhari kavita hai ye. Write unknown.
ह**ो। एवरीवन। बहुत बहुत स्वागत है। आप सभी का। आपके। अल्फाज। मेरी आवाज में नेहा के साथ खूबसूरत अलफाजों को अपनी आवाज देने की कोशिश की है। उम्मीद करती हूं आप सबको पसंद। आएगा। 1। बहुत ही प्यारी कविता लेकर आई हूं आप सबके सामने। जो रिएलिटी को प्रेजेंट करती है। एंड। जब मैंने पढ़ी तो मुझे मतलब। मेरे दिल को। छू गई है। कविता। और मैंने। सोचा। आप सबके साथ शेयर करूं। उम्मीद करती हूं आप सब पसंद करेंगे। मेरे बच्चे। अब बड़े हो गए हैं। और हम अकेले हो गए हैं।
Lakshmi Soni
@Lakshmi.soni_14 · 2:23
हे? नही? है। आशा करती हूँ कि आप बिल्कुल स्वस्थ होगी। जिस तरह से आपने 2 परियों के बीच के मध्य का जो समय होता है। और उसे जिस तरह से हम बचपन से बचपन बचपन से बच्चों के साथ जीते हुए आते है उस चीज का धीरे धीरे कर? पता नहीं वह कब और कैसे गुजर जाता है। और जो 1 पीढ़ी होती है वो 1 वृद्ध वृद्धा स्थिति की तरफ चली जाती है। बढ़ते जा रही होती है। और 1 जो होती है वो अपने जमाने के जोश की ओर बढ़ते जा जाती रहे है। है तो जब इन दोनों पीढियों का 1 वक्त होता है। जब हमें यह अंतर समझ नहीं आता। पर जैसे जैसे समय की सुईयां घड़िया चलते जाती हैं ढलते जाता है?
N M
@Nehakesaath · 1:30
जब हम बड़े हो गए हैं तो हम हम अब नहीं हैं, उनके पास। तो अब हमारी खुद की अपनी लाइफ है? ब*? अब वो अकेले हो गए हैं? तो सो? ये हर इंसान की लाइफ में ये स्टेज आता है? और हमारी लाइफ में भी। आएगा? अभी? जैसे मेरे बच्चे छोटे हैं? ब*? ग्रैजुअली? वो बड़े होंगे? और सब पढ़ने चले जाएंगे? यू नो? दे? विल? move? ऑन? इन? देयर। लाइफ? तो हम भी उस स्टेज पर पहुंच जाएंगे? तो? वाकई कविता मुझे। बहुत ही दिल को छूने वाली।
Jaya Sharma
@jayasharma · 0:57
ह**ो नेहा आपने बहुत ही प्यारी कविता सुनाई। यह ये कविता सचमुच मेरी जिंदगी से रिलेट करती है। मेरे बच्चे भी बड़े हो गए। सब अपने अपने घर की ओर चल दिए। और मैं सचमुच में अकेली हो गई। इसलिए मैंने आप जैसे लोगों को ऑनलाइन के इस स्वेल के जरिए अपना साथी बना लिया है। और फुर्सत के पलों में अपना अपनी बातें आप सब से शेयर किया करती हूं। और लिखने का भी शौक। लिखने का शौक भी। तभी पाला, जब मुझे फुरसत। मिली। आपकी कविता सुनकर। मुझे अपने पूरे पिछले, सारा जीवन? याद। आने।
N M
@Nehakesaath · 1:25
क्योंकि हम सब अपने अपने यू नो फैमिलीज में बिजी हो गए हैं। अपने अपने कामों में। बिजी हो गए हैं। उनके लिए। हम वक्त नहीं निकाल पाते। और फोन पे भी। मतलब बहुत ज्यादा बात नहीं हो पाती। सब इतने बिजी हैं। अपनी अपनी लाइफ में। तो बहुत शुक्रिया। आपका मुझे सुनने के लिए और सरहाने के लिए। एंड? या डेफिनिटली। हम सब हैं आपके लिए। यहां पर। आपका जब मन चाहे। आप हमसे बात कर सकते हैं। हमारे पोस्ट सुन सकते हैं।
Kunal Jain
@sonofindia · 0:23
नेहा जी। कविता बहुत सुंदर है। और बिल्कुल आपके, भाव? ख्याल सब उसमें प्रकट हो रहे हैं। मुझे तो बहुत अच्छी लगी। और हम सब की जिंदगी में ये दौर आने वाला है, गुजरने वाला है। और धन्यवाद ऐसे ही कविता लिखते रहिये, क्रिएटिविटी शो करते रहिये? बहुत बहुत बधाई।