कुछ खुद ही खुद में टूट गए। खुद को ऐसा बनाऊं मैं कि दुनिया से आगे पर जाऊं? मैं?
Aafy Mirza
@Aafy · 0:15
मैंने गफलत में अपने सपने जलाए है दर्द को जैसे यहां दावत पे बुलाया है खुदा सुक** दे मेरे जहन को मैंने वैर हंसा कर अपने रुलाये है।
कुछ खुद ही खुद में टूट गए। खुद को ऐसा बनाऊं मैं कि दुनिया से आगे पर जाऊं? मैं?
मैंने गफलत में अपने सपने जलाए है दर्द को जैसे यहां दावत पे बुलाया है खुदा सुक** दे मेरे जहन को मैंने वैर हंसा कर अपने रुलाये है।