रिजानेमें। कभी रात? तो कभी मीरा बन कर। खड़ी थी। बाँसुरी। सामने। मेरा रास्ता। रोक के चली। फिर रिजान। कभी गोपी? तो कभी यमुना। महारानी बन कर चली। फिर रिजाने। कभी गोपी। कभी यमुना। रानी। बन के। मिला। मोर। पंख। बीच में मुस्कराते हुए। मन में। मिला। मोर। पंख। बीच में ही मुस्कुराते हुए। मन में। पाना। कृष्ण को। इतना ही जो आसान होता। दोस्तों कृष्ण को। पाना। इतना ही आसान होता।