Jaya Chawla
@JayaC · 2:55
Maine us se khwabon mein bhi parda kiya ..
साथ न चलना। जरूरी था? साथ न चलना। जरूरी था? सो। साथ न चले। साथ न चलना। जरूरी था? सो। साथ न चलें। फा फसलों पर। मगर? दोनों ने इश्क निभा लिया? फासलों पे। मगर? दोनों ने इश्क निभा लिया। मैंने उससे ख्वाबों में भी पर्दा किया, फिर भी वो मेरे दिल में क्यों? धड़का किया? फिर भी? वो मेरे दिल में क्यों? धड़का किया? शुक्रिया? बहुत शुक्रिया।
good morning, jai, bahot cobsurtkshbddil spenis vita, like distinci, जिसका sonia the dresnateswidme to quit an extent? शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया। इसे लिखने के लिए। दिल के तार छू गया।
ह**ो डॉक्टर आपने जो शायरी बोली है। बहुत ही खूबसूरत थी। 11 शब्द को जिस तरीके से 1 माला में पिरोया है। वो बिल्कुल मेरी काबिले तारीफ थी। बहुत ही खूबसूरती के साथ। आपने उस चीज को बयां भी किया है। वो मेरे खयाल से शायरी का जो मंच चल रहा है। सवाल इसका पूरा जोर जो इस्तेमाल है। वो आपने बहुत अच्छे से किया है। और हमें बहुत ही प्यारी प्यारी और अच्छी अच्छी शायरी सुनाते हो। इसी तरीके से करते रहियेगा। हम लोग सुनने के लिए हमेशा ही तैयार रहते है। थैंक यू।
रात और दिन के साथ। सांसे? उम्र? तू है? कहाँ? हिसाबों में? आपके मौसम में हुआ? क्या? उसे? आपके मौसम में हुआ? क्या? उसे? क्यूँ? अपना? पन? नहीं? किताबों में? जिंदगी में? न पा? सके? जिन्हें जिंदगी में न पा? सके? जिन्हें ढूंढते हैं? उन्हें? बंद? किताबों में? मैंने सुना है? मरजाना नाम नहीं। मैंने सुना है? मरजाना? नाम नहीं। तेरे बदले हुए। निसाबों में। वो थमा भी तो क्या करूँगा?