ये इबारत गेट पर 1 चर्च के तहरीर थी थक चुके हों गर्गुनाहों से तो अंदर आइए ये इबारत गेट पर 1 चर्च के तहरीर थी थक चुके हों गर्गुनाहों से तो अंदर आइए उसके नीचे ही लिपिस्टिक से किसी ने लिख दिया जो अभी तक न थके हों मेरे घर आ जाइए खामखां हैदराबादी।
ये इबारत गेट पर 1 चर्च के तहरीर थी थक चुके हों गर्गुनाहों से तो अंदर आइए ये इबारत गेट पर 1 चर्च के तहरीर थी थक चुके हों गर्गुनाहों से तो अंदर आइए उसके नीचे ही लिपिस्टिक से किसी ने लिख दिया जो अभी तक न थके हों मेरे घर आ जाइए खामखां हैदराबादी।