@Irshad
Irshad Ali
@Irshad · 1:00

A Sher by Ibn e Insha

article image placeholderUploaded by @Irshad
दिल हिज्र के दर्द से बोझल हैं? अब आन मिलो तो बेहतर हो? दिल हिज्र के दर्द से? बोझल? है? अब आन मिलो? तो बेहतर हो? इस बात से? हमको? क्या? मतलब? यह कैसे? हो? यह क्यों करो? जिस चीज चीज से तुझको निस्बत है? जिस चीज की तुझको चाहत है? वो सोना है? वो हीरा है? वो माटी हो? या का? करो? वाह। इब्नेइंशा जगजीत सिंह की आवाज में? कल चौदहवीं की रात थी? शब्बर? रहा?

#ASherADay #UrduPoetry

@noorulhuda87
Noor ul Huda
@noorulhuda87 · 0:26
बिल्कुल सिर नशा है। 1 शायरी का और पाकिस्तान का। बड़ा कीमतियासासाहै। उन्होंने अदब के लिए बहुत बेहतरीन काम किया है। और आपने अगर उनकी शायरी पढ़ी है। अब ऑवियसली आपके फेवरेट हैं? तो आपने पढ़ी होंगी? तो आपने महसूस किया होगा कि उनका 1 अपना अंदाज था लिखने का जिसको आज तक कोई इन्वेंट नहीं कर सका। और वो अंदाज जो था वो इंशा जी का ही था। वो इंशा जी का ही रहेगा हमेशा।
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