Shilpy Saxena
@inspiring_soul · 1:52
Na jane kyun ?
ना जाने क्यों अजीब सी है जिंदगी न जाने क्यों अजीब सी है जिंदगी 1 पल में है कोई तो दूसरे पल में कोई नहीं मैं तो हूँ यहाँ पर मेरा मन है और कहीं न जाने क्यों अजीब सी है जिंदगी हर 1 पल कुछ गवाया तो दूसरे ही पल कुछ नया पाया कभी कोई रूठा हमसे तो कभी किसी ने हमें बनाया कभी जिंदगी ने हमें रुलाया तो कभी इसने हमें हँसाया न जाने क्यों अजीब सी है जिंदगी बहुत से रिश्ते दिए इसने माँ की ममता, पिता का प्यार, दादी की कहानी और दादा का दुलार कभी किसी ने अपनाया तो कभी किसी ने झटके से हाथ छुड़ाया न जाने क्यों अजीब सी है जिंदगी कभी जोर से गिराया कभी हौसले में ऊपर उठाया कभी थोड़ा फीका सा तो कभी थोड़ा मीठा सा बनाया कभी किसी परीक्षा में फेल तो कभी किसी परीक्षा में पास कराया पर हर 1 परीक्षा में इसने हमें बहुत कुछ सिखाया भले ही हुए कभी फेल पर हमेशा इसने हमें ज्ञान का सागर बढ़ाया हर 1 परीक्षा में कुछ नया ही सिखाया न जाने क्यों अजीब सी है जिंदगी 1 पल में है कोई तो दूसरे पल में कोई नहीं मैं तो हूँ यहाँ पर मेरा मन और कहीं न जाने क्यों अजीब सी है जिंदगी।
sushil Verma
@sushilkumar · 0:17
good morning shilpi बहुत ही अच्छी कविता सुबह सुबह सुनने को मिली बहुत प्यारी कविता है और सच में जिंदगी अजीब सी है और इसके हर पल का आनंद लेना चाहिए तो इतनी बढ़िया लाइनें शेयर करने के लिए थैंक यू।