नमस्कार दोस्तों आप सभी के सामने प्रस्तुत है 1 कविता काश काश मतलब। हम सब सोचते हैं। काश मैं ये होते काश मैं वो होती? या होता? काश मैं? यह कर पाती काश मैं वो कर पाता? पर मेरा काश कुछ अलग है। तो आइए सुनते काश मैं उम्मीद होती। काश मैं उम्मीद होती? हर किसी के मन में होती। हर रोज। कोई मेरा इंतजार करता। हर 1 के साथ होती। काश मैं उम्मीद होती किसी के मुस्करा राहत में झलकती किसी की दुआओं में दिखती। हर 1 की खुशियों में साझी होती। काश मैं उम्मीद होती? सभी मेरे मित्र होते। सभी मुझे चाहते।
Jyotsana Rupam
@SPane23 · 0:29
नमस्ते? मुस्कान? गुड। मॉर्निंग। आपने। बहुत अच्छी कविता लिखी है। कास और उम्मीद की बातें की हैं। सही बात। उम्मीद पर ही दुनिया कायम है। और हमारे मन में होता। काश? ऐसा नहीं होता? काश सा हो जाता। 1। उम्मीद लगती है ऐसा कि कभी ऐसी शायद ऐसे हो जाए? ऐसा कुछ जैसा हम सोच रहे हैं। तो बहुत अच्छी कविता। आपने लिखी है। एंड ऐसे ही लिखते रहिये हमें सुनाते रहिये। थैंक यू।
Jyotsana Rupam
@SPane23 · 0:28
हाई? हाई मुस्कान गुड। मॉर्निंग। आपने। बहुत अच्छी कविता लिखी है। कास और उम्मीद। उम्मीद का ही दामन थामे। ये दुनिया चलती है। हम चलते हैं। हमारी उम्मीद है? तो उम्मीद कहते हैं। उम्मीद दुनिया कायम है। आपने। बहुत अच्छी लिखी है कि काश काश उम्मीद। 1 ऐसी।