कुछ पंक्तियां अपनी बेटी के होने पर लिखी थी। आज पेश? करता हूँ? मासूमियत में तेरी दिल आ जाता है। देखता हूँ? जब भी तुझे और प्यार आ जाता है। मासूमियत में तेरी दिल आ जाता है। देखता हूँ? जब भी तुझे और प्यार आ जाता है। सुना है? बेटियां। रूप। होती है। रब का। सुना। है? बेटियां। रूप? होती है? रब का। शायद। इसीलिए मुझे। अब तुझे में अपना रब नजर आता है। तुझी में। रब नजर आता है। हैस्टेक? दिविशा? हैसटैग? लव।