उसके कलम? उसका था? बट। वो कुछ कर? नहीं। पाया। वो आगे के लिए कुछ बना नहीं पाया। सो समझना जरुरी है। और कहीं न कहीं यादों के सहारे इंसान जीता है। और उम्मीद सबसे बड़ी चीज़ है। सो मेरी उम्मीद अभी भी बरकरार है की कहीं न कहीं जुगनियोंको फिर से ढूंढूं। फायर फ्लाई? जिनको नहीं पता है। फायर फ्लाई कहते हैं? कहीं न कहीं उनको ढूंढूंगा कोशिश भी करता हूँ? कहीं बिक जाए? और मेरे बचपन में कुछ यादों को वापस से मानना है।
दिल्ली जैसे शहर में? अब? चिडिया तो खत्म हो गई है? बिल्कुल खत्म हो गई है? आम? शौर? गाँव, वगैरह में? कहीं? और डेफिनेटली होती होंगी? पर दिल्ली शहर में? स्पेरो? चिडिया? बिल्कुल? खत्म है। और बचपन में? हम कितना देखा करते थे? इतनी चिडिया होती थी? कभी? सोचा नहीं था कि ऐसा भी? टाइम? आएगा? की? चिड़िया? और लेडी बग। और ये छोटे छोटे इनसेक्ट्स fiरf्लाiज? सब खत्म हो जाएंगे? unfortunately? दिस? इस। the प्राइस वी?