MIR TAKI MIR- EK SHAM HAI AAP HAIN AUR HUM
तो उनके हमलों से जिस तरीके से दिल्ली और बाकी जो था वो कहीं न? कहीं से कट फट गया था। और ये सारी चीजें काफी ने में अपनी आँखों से देखी थी। दाइश आग्रह में हुई थी। और दुनिया से जब ये क्षती हुई थी तो ये लखनऊ में थे। इसीलिए इनकी जो उनकी जो भाषा है, जिस तरीके से उनके जो लक्ष्य थे, जो उनके शब्द थे, वो आज भी कहीं न? कहीं से लखनऊ की जो 1 विरासत रही है उर्दू की उसमें उनका 1। बहुत बड़ा नाम है। थोड़ी सी मेरे पास।
कोई तुमसा? विकाश के साथ? अगर इजाज़त? चाहूँगा? इस से तो छोटा सा है। और बढ़ता है की बारे दुनिया में रहो? ज्यादा? शाद रहो। ऐसा कुछ करके? चलो यहाँ की बहुत याद रहो आई होप, सो आपको। ये पसंद आया हो। और समय को, आज को, आपको याद नायेगा आपको, थोड़ा। सा आएगा। आप। इसे पसंद करोगे। ना पसंद करोगे। आपको अच्छा लगेगा। बुरा लगेगा। बट। ये अब आपकी याद में रहेगा।