Urmila Verma
@urmi · 2:11
नई सुबह का संदेशा
खेत की राह ली। कृषक ने खेत की राह ली। आशा करती हूँ। आपको। यह कविता पसंद आई होगी। जब सुबह होती है तो हर कोई ऊर्जावान होता है। अपने अपने काम पर। लग जाता है। पंछी। उड़ान भरनी शुरू कर देते हैं। अपने डीड से। निकालकर। और हर कोई। बड़ी। उमंग में। होता है। बहुत ऊर्जावान होता है। उसी का ही वर्णन। मैंने इस कविता में किया है। धन्यवाद।
Kushagra verma
@Kushagraverma · 0:57
wow? rchna? कैसे? sub? hoti? सुबह? अपने साथ कैसे उमंगों को लाती? है? वो? चहचहाट? मुझे। आपकी वाणी में परिलक्षित हुई? और जैसे आपको सबसे ज्यादा पसंद सुबह का वातावरण है। एससी। मुझे अनुभूति हुई। आपकी। रचना, सुनकर। और सच में। ऐसा लगने लग गया कि पंछियां चाह रहे हैं। और सुबह बस होने को है। और अपने साथ कुछ सुर्निमसा अनुभव लेकर आने को है। ऐसे ही और रचनाएं लिखिए और हमें सुनाइए।