Sourabh Sharma
@TGSaurabh · 1:40
Shri Bhagwat Geeta Gyan
नमस्कार सभी साथियों मेरा नाम सौरभ शर्मा है और आज मैं भागवत गीता के 1 बहुत ही महत्वपूर्ण श्लोक के बारे में जो है यहाँ पर वर्णन करने वाला हूँ तो वो श्लोक कुछ इस प्रकार है वृक्ष कभी भी इस बात से व्यतित नहीं होता कि वो अपने कितने पुष्पों को खो रहा है वह वो सदब व्यस्त रहता है नए पुष्पों को बनाने में मित्रों ये श्लोक बहुत ही अच्छा ज्ञान देता है लोगों को और इस श्लोक के माध्यम से 1 बहुत ही अच्छा ज्ञान मिलता है हमें मेरे अनुसार इस श्लोक का जो अर्थ होना चाहिए वो यह है कि कभी भी हमने जो खोया है वो नहीं बदला जा सकता वो अनचेंजेबल हैं वो ऐसी घटना है जिसको कभी भी हम चेंज नहीं कर सकते अगर उस चीज को लेकर हम बैठ जाते हैं और उसी को बार बार हम अपने माइंड में लाते हैं तो कभी भी हम फ्यूचर बनाने में अपना समय नहीं देंगे हम प्रेजेंट में कभी भी नहीं चीन जिसकी वजह से होगा क्या कि हमारा जो इफिसेंसी होगा किसी भी काम को करने में वो या तो पूरा खत्म हो जाएगा यह हमारा जो काम का रिजल्ट होगा वो कभी भी बेहतर नहीं बनेगा तो हमें फोकस क्या करना है?
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:33
ह**ो सौरव बहुत अच्छा बताया आपने बगुद गीता आपको अपने टारगेट के ऊपर ही आलवेज कॉंसेंट्रेट करना चाहिए और वही आपको 1 सही मंजिल देगा और जितना हम अपनी पिछली बातों को सोचते रहेंगे और उन पर अपना ध्यान देंगे तो पूरे पूरे ऑफर्स अपने काम में नहीं लगा पाएंगे और कहते भी है बीत गई सो बात गई जो बीत गई है उसे बीत जाने देना चाहिए उसके ऊपर अपना दिमाग और अपनी एनर्जी वेस्ट नहीं करने चाहिए अच्छा सेल था।