Kunal Jain
@sonofindia · 5:00
अन्त में तू ओर में ही रह जाएँगे ! I would like to know the context of this poem from all of you .
नमस्ते दोस्तों ह आ यू डूइंग 1 कविता सुना रहा हूँ, काफ़ी दिनों बाद सुना रहा हूँ और आपको पीछे से नेचर की बहुत सारी आवाजें सुनाई देंगी चिड़िया चाचा रही है पानी में बदकेकिलोलमाररही है मैं यहाँ पानी के किनारे सुबह सुबह सैर करने आया था तो दोस्तों ऐसा है कई बार जीवन में ऐसे क* आते है जिससे कविता बनती है और मेरी जितनी भी कविताएँ आप सुनोगे वो सब मेरी पर्सनल एक्पीरियंस है और सब इसी तरह के जो जीवन में सर आये है उनके ऊपर मैं वो कविताएं लिख पाता हूँ इस कविता का सारांश आपको समझ में आ जाएगा लेकिन मैं चाहता हूँ की कुछ समाज स्थापित हो आपके और मेरे बीच में तो सिर्फ इस कविता को सुने नहीं सुनने के बाद में उसका कॉन्टेक्स्ट उसका भाव खोजने की कोशिश करें और जितना लिख सकते है जितना संवाद कर सकते हैं करें बहुत मजा आयेगा यह सब शायद हमारी जिंदगी में बहुत होता है और इमेजिनेशन कविता का 1 बहुत ही खूबसूरत पार्ट है हर इंसान की इमेजिनेशन अलग अलग होती है, कोई सही नहीं होता, कोई गलत गलत नहीं होता सिर्फ आपकी खुद की इमेजिनेशन होती है और वही सबसे सुन्दर पार्ट होता है कविता का अंत में तू और मैं ही रह जायेंगे अंत में तू और मैं ही रह जाएंगे जीवन का 1 मोड़ ऐसा आएगा जब सिर्फ तू और और मैं ही रह जाएंगे जीवन का कुछ कोई नहीं है आपको लगे शुरू में की या बड़ी सैड सी कविता है हो सकता है यह से साउंड करे बस द सेम कविता को आप देखिये खुशी खुशी में कैसे गा सकते हैं जीवन का 1 मोड़ ऐसा आएगा जब सिर्फ तू और मैं ही रह जायेंगे कैसा लगा तो जीवन का 1 मोड़ ऐसा आयेगा जब सिर्फ तू और मैं ही रह जायेंगे 1 पड़ाव ऐसा आएगा 1 पड़ाव ऐसा आएगा जिसके आगे सिर्फ अंत दिखाई देगा 1 पड़ाव ऐसा आएगा जिसके आगे सिर्फ अंत दिखाई देगा और संत में और उसंत में तेरे और मेरे जीवन का सारांश छुपा होगा तेरे अंत का अर्थ सिर्फ तुझे समझ में आएगा तेरे अंत का अर्थ सिर्फ तुझे समझ में आएगा और मेरे अंत का अर्थ सिर्फ मुझे समझ में आएगा तो सारांश यही छुपा है तेरे अंत का अर्थ सिर्फ तुझे समझ में आयेगा और मेरे अंत का अर्थ सिर्फ मुझे समझ में आयेगा बैकग्राउंड देता हूँ दोस्तों लास्ट वीक मेरे घर में 2 बहुत ही मेरे करीबी एल्डर्स थे जिनका जिनकी हुई मुझे बहुत ही दुःख हुआ तो दोनो ही बहुत महान आत्मा थी, आत्मा थी और उस अंत में तेरे और मेरे जीवन का सारांश छुपा होगा तेरे अंत का अर्थ सिर्फ तुझे समझ में आएगा और मेरे अंत का अर्थ सिर्फ सर मुझे समझ में आएगा तेरे अंतर मन ने क्या लिखना चाहा और उसने क्या लिख दिया इस सबका हिसाब किताब करने के लिए शायद कोई नहीं होगा तेरे अंतर मन ने क्या लिखना चाहा और उसने क्या लिख दिया इस सब का हिसाब किताब करने के लिए भी शायद कोई नहीं होगा मेरी कहानी में भी मेरा लिखा हुआ अंत नहीं होगा मेरी कहानी में भी मेरा लिखा हुआ अंत नहीं होगा अंत में शायद तेरे और मेरे जीवन के अर्थ ही बदल जाएंगे अंत में शायद तेरे और मेरे जीवन के अर्थ ही बदल जाएंगे सारे अश्रु सारे शिकवे अनंत में समा जाएंगे सारे अश्रु सारे शिकवे अनंत में समा जाएंगे अंत में शायद तू और मैं अंत में शायद तू और मैं सारे अंतरों से पार पा जाएंगे अंत में शायद तू और मैं सारे अंतरों से पार पा जायेंगे अंत में सिर्फ तू और मैं ही रह जाएंगे अंत में सिर्फ तू ही तू और मैं ही रह जाएंगे दोस्तों जिंदगी यही है अपना अपना अंत अपने अपने हाथ में है उदास कविता नहीं है लेकिन जिसको उदास लग रही है तो उस बारे में लिखे जिसको अच्छी लग रही है वो उस बारे में लिखें मुझे अपने अपने खयालों।