Ek baache ka desh prem
अपने बेटे को देश के नाम किया। बहन की राखी से भी। सूनी रह गयी। उसकी कलाई। वो ऐसी जगह पर भी लड़ा। जहाँ सूरज की 1 किरण तक न आई। पर अपने देश के लिए। उसने वफादारी निभाई। और बात जब शहीद होने की आई तो उसने आखिरी सांस तक देश की रक्षा करके दिखाई। धन्यवाद।
SHREYA SAHA
@Angel3110 · 0:54
सो? शिवानी। आपने जो ये देश भक्ति, ये बच्चे के बड़े होने तक, उसका सिपाही बनने तक, आपने। ये जो देश भक्ति का पोयम लिखा है, ये जो कविता आपने सुनाई है, यह बहुत अच्छी है, बहुत छोटी सी है लेकिन बिल्कुल दिल तक जाती है। किस तरह से हम अपने देश को प्यार करते हैं? किस तरह से? 1 सिपाही? जो सिपाही बनने का सपना देखता है? जब उसकी मां उसे विदा करती है? जब वो चला जाता है और उसे देश के नाम होना पड़ता है? और जब वो शहीद होता है उसका उसकी माँ का?
Akanshya Kajol
@AKA381 · 1:25
और वो जब जानने की तैयारी करता है तो मां उसका रियली टचिंग और मैं यही कहूंगी कि आप लिखते रहिये और देश प्रेम पेटरियोटिज्म ऐसे टॉपिक्स पर लिखते रहिए। क्योंकि आपने ये कविता जो कनवे क्या है बहुत अच्छा है रिलीज कर पा रही हूं। मैं। और लिखते रहिये। बहुत ही ज्यादा अच्छा कविता है। मतलब दिल को छू जाने वाला मैंने इसको 2 बार सुना सुनी है। और आपकी आवाज भी बहुत अच्छी और प्यारी है। आप ऐसे रिसाइटेशन करते रहिये। थैंक यू।