न जाने क्यों मुझे तेरे यकीन पर यकीन हो चला है यह डरा डरा सा दिल मेरा मुतमईन हो चला है वो मुझे सरे राह तकते तकते घर तक आ पहुंचे हैं लगता है मामला कुछ संगीन हो चला है वो आये आज मै फिल् में अपने हम नवा के साथ मा हौल थोडा थोडा सा रंगीन हो चला है मैं रख तो लेती भरम तेरी वफा का भी सनम मैं रख तो लेती भरम तेरी वफा का भी सनम पर रोज तुझे किसी नए चेहरे के साथ देख मेरा दिल कुछ गमगीन हो चला है तो ह**ो फ्रेंड्स ये थी मेरी इस साल की फर्स्ट पोइट्री स्वल्प पे और होप सो आपको अच्छी लगेगी और जरूर बताइएगा अपनी शायरी भी मेरे साथ जरूर शेयर कीजियेगा मुझे बहुत अच्छा लगेगा।
Neelam Singh
@NEELAM · 0:45
पहले तो आपको नए साल की शुभकामनाएं शिल्पी जी और आपके पोयम काफी अच्छी थी और मुझे पसंद आई और साथ ही आपने कहा कुछ शायरी की तो इसलिए मेरे माइंड में बस 1 ही याद आई है कि वक्त लगेगा पर संभल जाएंगे तुझसे बच कर भागेंगे भी तो ऐ जिंदगी भाग कर कहाँ जायेंगे धीरे धीरे हम भी संभलना सीख जाएंगे तुझसे बच कर भागेंगे भी तो ये जिंदगी भाग कर कहाँ जायेंगे यह मेरी काफी लम्बी पोएट्री भी है पहले मैंने इसे सायरी की तरह लिखा था फरिश्ता मुझे इतनी ही याद है।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:15
गुड मॉर्निंग नीलम जी आपको भी नव वर्ष की बहुत ढेर सारी शुभकामनाएं आने वाला साल आपके लिए ढेर सारी खुशियाँ और सफलता लेकर आए और आपने भी बहुत खूबसूरत शायरी कही बहुत खूब बहुत खूब बहुत खूब।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:09
वाह बहुत ही खूबसूरत पोइट्री थी हमेशा की तरह एंड अपनी बहुत ही अच्छे सर्दिसाइडकियामा मुझे, बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:08
ह**ो थैंक यू सो मच प्रिया आपको पोयट्री भी अच्छी लगी है और मेरा डिसाइड करना भी थैंक अलाट।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:06
hello good evening sir thank you so much for your reply and appreciation thanks a lot।