@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 5:00

Janjeer se aazadi

article image placeholderUploaded by @Shilpi-Bhalla
ह**ो माई सेल फैमिली कैसे हैं सब आई होप सब बहुत खुश होंगे और आज 1 लंबे वकेशन के बाद वापस आई हूं आप सब से बात करने और आई होप जैसे की मैंने, रक्षाबंधन और स्वतंत्रता का पचहतर वर्ष बहुत अच्छे से सेलिब्रेट किया आप सब ने भी किया होगा और और सब बहुत खुश भी होंगे या अब हमारी आजादी के 75 साल हो गए हैं लंबा समय हमने अपने हमने बिताया आजादी का और शायद ही हम में से कुछ लोग होंगे जिन्होंने गुलामी के दिन देखे होंगे क्योंकि अब वो पीड़ी हमारे साथ नहीं है ऑलमोस्ट नहीं है बहुत क* लोग ही बचे हैं जिन्होंने वो वो टाइम देखा था या देखा है अब और आज मैं जो आपसे अपना इंसीडेंट शेयर करना चाह रही हूं जिसने मेरे मन को 1 लंबे टाइम के मन में कश्मकश कश् होती है न जिससे हम निकाल नहीं पाते और जब तक वो उस जंजीर को हम तोड़ नहीं देते हम जिन्दा तो होते है, लेकिन अन्दर से वो सांस नहीं ले पा रहे होते आज का इसे थोड़ा लम्बा हो जाएगा शायद ब* मैं आपको शुरू से सुनाना चाहूंगी हमारे घर में आ आगे ट्रेंड था कि स्वीपर आपके घर में आती थी और बाथरूम और टॉयलेट वगैरह वही साफ़ करती थी और जो कूड़ा था वो कलेक्ट करके ले जाती थी तो हमारे घर में भी ऐसे था ज्वाइंट फैमिली थी हमारी और स्वीपर आती थी और उन्होंने कूड़ा कूड़ा वगैरह इकट्ठा करके उसको एक्साइड करके हाथ धोकर वो हमारी डेलीज पर बैठ जाती थी तो हमारी जो बड़ी माँ थी, जो मेरी ताई जी थी वो उन्हें चाय वगैरह कुछ न कुछ देती थी पीने के लिए और अगर वो कुछ खाने के लिए मांगते थे तो उसे कुछ दे देते थे, लेकिन उसका जो बर्तन होता था वो हमारे घर के दरवाजे के बाहर होता था वो चाय उसको साफ़ करके लाती थी उसमे चाय डाल देती थी फिर वो वहीं बर्तन दोबारा साफ़ करके वहीं रख देती थी और मैं बहुत छोटी थी तब से मुझे याद है कि वो जब काम करके आती मुझे बड़े प्यार से जब वो आवाज लगाती थी तो में फटाफट से जाके उनकी गोद में बैठ जाती थी तो मुझे याद है कि चाहे गर्मी हो या सर्दी जब वो चली जाती तो मुझे सर से लेकर पैर तक दोबारा न लाया जाता था और डाटा जाता था कि तुम्हे उसके पास जाके नहीं बैठना पर मैं बच्चा थी मुझे नहीं इतनी अकल थी और धीरे धीरे बड़े हो गए और उनका वो रूटीन एजिटीजहीरहा जब समाज आनी शुरू हुई तो में पता चल गया कि ये अलग जाति से है या नहीं कहना चाहिए यही कहना ही बहुत बढ़िया बात है कि वो नीची जाति से है कोई भी जाति नीची नहीं होती और जो लोग हमारी हम गंदा गंदा करें और वो साफ़ कर रहे हैं वो हमसे भी ज्यादा अच्छे और बेहतरीन है और हम लोगों ने पता नही कहा कब और कैसी ये मेंटालिटी पाल लिखी वो अगर सफाई कर रहे हैं तो वो छोटे हो गए हैं तो जब यह बात समझ में आई तो बहुत बुरा लगता था ब* ज्वाइन फैमिली थी पेरेंट्स से, मदर से कई बार लड़ भी पड़ते थे जगह भी पढ़ते थे कि यह गलत है हम बोलेंगे या तो वो नहीं बोलने देती थी वो कहती नहीं तो आप बच्चे हो आपकी दताई हैं और आप नहीं नहीं कह सकते और दूसरी और घर की शांति बनाए रखने के लिए इतना तो आपका सबर करना या चुप रहना बनता ही है सो हमें बहुत बुरा लगता था लेकिन फिर भी हम लोग कह नहीं सकते थे क्योंकि घर में बिल्कुल ऐसा नहीं था कि बड़े के आगे कोई भी छोटा बोल जाए और इसको बिल्कुल अच्छा नहीं मानते थे घर में सो टाइम बीतता गया और लास्ट मेरी शादी हो गई और मैं ससुराल में आ गई अपनी और यहाँ पर भी अभी मुझे याद है कि मतलब मेरी सासू मा दोपहर में जब खाना बनाती थी तो थोड़ा सा खाना वो रोज 11 अखबार में रखकर और डाउनस्टेयर्स जाकर किसी को देख के आती थी तो मुझे नहीं पता ये किसको देके आती है तो ना मैंने कभी पूछा और थोड़े दिन शादी के कुछ दिन बाद ही मेरी रसोई की रस्म हो गयी और मुझे रसोई में काम के लिए पहले दिन मैंने काम किया और दूसरे दिन जब मैं रुटीन में मेरा शुरू हो गया काम करना तो 1 सासुमा रसोई में थी नहीं और मैं अकेले काम कर रही थी और 1 बड़ी प्यारी सी लड़की आई उसने मुझे आवाज लगाई भाभी मुझे खाना दे 2 और मुझे नहीं समझ में आया ये कौन है? क्योंकि मैंने उन्हें कभी पहले देखा नहीं था ब* उसने खाना मांगा तो मैंने प्लेट उठाई कटोरियां रखी जैसे घर में खाना बना हुआ था मैंने प्रॉपर उसको खाना प्लेट में डाल दिया और जैसे ही मैं वो थाली उसको देने लगी तो मेरी सासुमा एकदम से आ गई और उन्होंने मुझे।

#sayitonswell #swellcast

@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 4:46
क्या आपने कभी किसी के साथ आप भी खड़े हुए उसके लिए और अपने इनसीडेंट जरुर मेरे साथ शेयर कीजिएगा मुझे बहुत अच्छा लगेगा और अपनी आजादी को खूब देर से खूब इंजॉय कीजिए और जो हमारे फर्ट्स बनते हैं इस आजादी के लिए उन्हें भी जरूर पूरा कीजिए।
@CuTeStVaMpIrEz
Apurva M
@CuTeStVaMpIrEz · 1:34
shilpi visas me it s on ninety eight ninety seven in exact date was like this only but समय के हिसाब से change she change a lot like being sm a very consrtivfamily may love marad about my wife i said मेरी दादी को पहले बताया कि ये लड़की पसंद है मुझे shade N-H-R right okay i m रेडी लड़की को बुला लड़की वाले के घर को बुला बातें करते हैं सो शाकेटचेंजिंगएंड ये चीज जो आप बता रहे हो एक्पीरियंस लाइक मिच जाती या कांग वालों को अलग से प्लेट में देना she used to do it he was very very espect about he woldn⁇tletanyon इन फ्रंट आलसो जब वो रूम में चले जाएं जब ये अंदर आकर काम करे ही वह सो स्प्रेक ब* नो शी ज वेरी ओपन वाटेड घर में जब रोटी बनती है सुबह तो काम वालों के लिए रोटी बनती है उसमें एंड शी से कि जितना घी आपकी रोटी में लगी नहीं घी उन लोग के रोटी में लगी thing सो समय के हिसाब से चेंज होना है एंड ये अपनी पीडी है जो ये चीज समझती है and we need to make फ्यूचर जनरेशन स्नो about।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 1:28

@CuTeStVaMpIrEz

ह**ो? थैंक्यू सो, मच, फॉर, योर, रिप्लाई? और बिल्कुल। सही बात। आप जो बड़े हैं हमसे और जो हमारी आगे की जनरेशन है वो लोग। उनको चेंज करना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन अगर वो खुद से चेंज होते है और हमारा साथ देते हैं। तो इन सब चीजों से बाहर आना हम लोगों के लिए थोड़ा आसान हो जाएगा। और बिल्कुल सोचने वाली बात है कि आफ्टर 75 साल हो गए? हमें आजाद हुए। और आज भी हम इन भेड़ियों को अभी तक काट नहीं पा रहे?
@Mahakbansal2004
54_Mahak Bansal
@Mahakbansal2004 · 2:00

@Shilpi-Bhalla

हाई दीपफेस्टफॉल बहुत बहुत अच्छा इंसीडेंट था मींस रियली एप्रीशिएट की आपने ये स्टेप उठाया एंड उठाना भी चाहिए आप किसी का कोई होता तो उसको भी उठाना चाहिए पर सब नहीं उठाते क्योंकि यह होता है जैसे आपने अपने ससुराल में उठाया क्योंकि सबको ये होता है कि हां हम ज्यादा नहीं बोल सकते यह हमारा ससुराल है डिस्टेंट दा तो आई गेस्ट की सब नहीं उठाते ब* उठाया बहुत अच्छा लगा एंड टू बी वेरी नेस्ट मैंने यह नहीं कहा आज तक क्योंकि पहले मतलब अभी भी मैं मतलब एटीन की हूँ पहले जब हम करते थे तो तो फिर पेरेंट्स मना करते थे पर अब इतने इंसीडेंट तो गए छोटे छोटे बच्चे जो कुछ मांगने वगैरह आते हैं अब वही कुछ न कुछ करने लग जाते हैं जैसे 1 हमारे यहाँ पर इंसीडेंट हुआ 1 छोटी बच्ची थी उसने कुछ मांगा किसी ने उसकी ह**्प करी और उसने उनको कुछ सुंघा दिया एंड कुछ मतलब ड्रग्स टाइप का था वो कर दिया तो इसलिए अब काफी डर लगने लगा तो अब कोई भी मेट्रो स्टेशन पर उतरते हैं तो उसके बाद जैसे कोई आते कि पैन ले लो कुछ खाने का दे 2 ये सब तो 1 बार हम खा रहे थे तो हमने वैसे तो कुछ जन ये देखा था कि बहुत सारे लोग तो मतलब कुछ इस टाइप का होगा भी नहीं तो हम कोक पी रहे थे वो वाटल मतलब अभी हमने ओपन ही करी थी तो फिर मैंने कहा आपको पीना है तो आप ये पी लो शी व लाइक नहीं पैसे दे 2 मुझे भूख लग रही हमने कहा जब भूख लग तो आप ये पी लो ना फिर उसने अजीब सा मुंह बना कर ले लिया ब* हम क्या करते हम भी बच्चे ही थे तो हमने अपनी कोक तो दे दी पर फिर हम ज्यादा ह**्प करते नहीं आये और जब अकेले देखते भी नहीं आया क्यूंकि बहुत सारे इंसीडेंट ऐसे कि डर भी लगता है ब* यस करना चाहिए अगर आप उनको अच्छे से जानते हो देन और स्ट वगैरह में तो आई सीरियसली डोंट बिलीव की क्या और किसी को भी नहीं करना चाहिए ऐज यू सेड सो थैंक यू सो मच हैव नाइस डे एंड वेरी नाइस इंसीडेंट आई लाइक इट वेरी मच सो थैंक यू सो मच फॉर शेविंग दिस टेकर बाई बाई।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 2:36

@Mahakbansal2004

इनकी हेल्प करना बहुत जरूरी है लेकिन उसके लिए उसके बहुत से और तरीके हैं। और बहुत से तरीके हम लोग यूज करते भी हैं इनको इनको हेल्प करने के और उसपे किसी दिन और बात करेंगे लेकिन बाकी आप मेरा स्वर अच्छा लगा। थैंक यू सो मच और बाकी आप लोग ही हमारी होप भी हो। आप लोगों के साथ ही हमें हम ये होप करके चलते हैं कि यह कास्ट इस और इस तरह की जो डोरी।
@anandu1234
Anandu Anil
@anandu1234 · 3:10
hi my mom what you said just now ex ex sixteen hearpotcenturies this undercibltvsay have deprutsinorsosaty in our country and its what we say grown like soboisnesin humans and this is so dangers in becoming future the reason incidente seljustwhathappene just for the independence day that keetinragistan i really don on of say that as in human its so sad fit and foscttohescind of news and what we say this is india and here its like this the people there are now or sucking the way back in time there are are still aldnwhatwesathe stop is posting to the mind sentordsbytheansisters and thats asatpardofthis we have a country the country which is so divers in so many cares languages and lord but you look we are so began we are like in we are just call in we are still fighting in the name of things like undutibtsrelegians casdanotiidon⁇t know when these things fill getreetfrom this so while others trying to make the places like that days im saying up with at the countries as is it son the country we want to have civic sense no any turn mentor anything can helpers they can help but if we dont try to change our mind set, no one can helpers heten every person and to come forward and act to the time ac to the time thing with the future vision like we one day just leave this place but like will keep on going in this place now so for that we nita future vision to something for the future if you do something, we want to have to do it is a future vision in order i are coming sarason on to enjoy the tin and all so it according to the time and make these beautiful country more and more beautiful that s what i want to say।
@sagarbhosale
Sagar Bhosale
@sagarbhosale · 5:00

@Shilpi-Bhalla @CuTeStVaMpIrEz @Mahakbansal2004 @anandu1234

लेकिन उसके कितने? सारे? पहलू भी है? मेरा फैक्ट? आगे। 1 स्वेल भी है? इससे? रिलेटेड? 1 स फई? और कर्मचारी? और इनके ऊपर? क्योंकि मेरा कहना यह है कि सबसे पहले तो जो आपको एक्सपेक्ट चाहिए? चेंज? जो हो रहा है? देश में? हो रहा है? बक? शिल्पी? जी? देखिये? पॉजिटिव? साइड? देखो? स्वेलपेइतने? छोटे छोटे बच्चे हैं? जैसे? महक है? अनंदु है। फिर हमारे जनरेशन के आसपास के हैं? खुद?
@sagarbhosale
Sagar Bhosale
@sagarbhosale · 4:03

@Shilpi-Bhalla @CuTeStVaMpIrEz @Mahakbansal2004 @anandu1234

पॉपुलेशन है। वहां पर भी। ऐफ्रिकन? अमेरिकंस की। लेकिन वहां पर देखो? उनको। वो। ऐसे दिखाते हैं। मूवीज में। वगैरह के। वही भरे रखे। और वही सारा उल्टा पुल्टा। काम कर रहे हैं। इट स? इंडिया में। आप? समझ गए होंगे? मैं? कॉम है? उसको? टारगेट? किया जाता है? एज? यूजुअल? सो? ये धर्म। निकाल? 2? तो भी हम लोग झगड़ा कर लेंगे? ये जातियां? निकाल? 2? तो भी हम झगड़ा कर लेंगे। क्योंकि हम लोग हैं ही?
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 5:00

@sagarbhosale

जब सेवन टेट स्टैंडर्ड में आ जाते हैं। मैंने बहुत बार नोटिस करी है कि वो भी अपने आप में सोचने लग जाते हैं। कि गवर्नमेंट? स्क? कल के बच्चे तो बिल्कुल बेकार होते हैं। हम लोग तो नही कौन से ही नवाब पैदा हुए हैं। और ये तो सब एविंग ो। चीजों को हम चाइल्ड रूप से कंट्रोल करना शुरू करें। तो जब तक वो बड़े होंगे समझदार होंगे अपने अपने ड्यूटीस को समझना शुरू करेंगे। ये चीज उनमें अपने आप आ जाएगी। और मैं 1 आनंद आपने नोटिस किया होगा उसका उसका भी सवाल मैंने सुना। और वो मुझसे इस बात पर बहुत बहस करता है।
@CuTeStVaMpIrEz
Apurva M
@CuTeStVaMpIrEz · 1:11

@sagarbhosale

i totally gedit hta will find a comparitive nature nature in human है वो रहेगा हमेशा पर हम ये कह सकते हैं कि हम ये सोच ला सकते हैं कंपेरटिवनेचर को positive में ली जैसे bhot both im not to have a कलेशन थी जो मैंने पढ़ चुकी है मेरे मेरे खुद की ई नो यू नो i have रेड अ लॉट अबाउट इंडियन कल्चर हर चीज हमारे में जो बनाई गई थी 1 पर्टिकुलर रीजन से थी में क्या है हमारा जो है कल्चर है वो word of mouth format डॉक्यूमेंटेड तो इससे कई लोगों ने जो पावर में थे लोगों ने उसे मिस यूस किया है अपने फायदे के लिए एंड ये चीज सब चीज की जगह हर चीज का 1 रीजन है टोटली एग्री वित यू इन आल प्वॉइंट्स कि आप कितना भी कुछ कर लो कुछ हटा लो कहीं न कहीं कंपेरिजन आएगा बस we need to tak ले कंपेरिजन भी पॉजिटिव।
@Swell
Swell Team
@Swell · 0:15

Welcome to Swell!

@sagarbhosale
Sagar Bhosale
@sagarbhosale · 4:55

@Shilpi-Bhalla

इस सिम्पल डेफिनेशन में लिखा है कि साइंटिफिक एनवायरमेंट और एजुकेशनल एनवायरमेंट को बढ़ावा देना चाहिए। आज देश की कोई भी मुझे नहीं लगता कि नोट? कोई भी बट। बहुत कम ऐसा नेतृत्व बचा है जो उस डायरेक्शन में जा रहा है। और ये लोग सीधा पीछे की तरफ लेके जा रहे हैं। सो आनंद के लिए भी टफ टाइम रहेगा? उनका भी अपना स्ट्रगल रहेगा? उस जनरेशन को भी रहेगा। बट। 1 है? कि एटलीस्ट? जो पहले का जो था न उससे स्लाइटली कम हुआ है? स्लाइटली? ये बहुत बड़ा देश है? बहुत है। हम लोग।
@CuTeStVaMpIrEz
Apurva M
@CuTeStVaMpIrEz · 0:55

@sagarbhosale @Shilpi-Bhalla

little bit? aजucaशनanऑlमैं जाताना? चाहता? हूं? 1 और चीज। जैसे मोटे को मोटा? न? बोले? पतले? पतले? न? बोले? 1 और चीज। इसमें बहुत जरूरी है। जो हमारे पुराने। जनरेशन लोग नोट टॉकिंग 52, जनरेशन टेन टवल, जनरेशन चले, acceptence in log? सब कुछ positive में लेते थे। the very content? themself? mota, हूँ to हूं? they are happy? with a log? they are more into the race of looking? best the picture?
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 3:21

@sagarbhosale

वो जो चीजे एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे होते है वहाँ तक जाना भी नहीं। चाहते। एक्च्वललीबिल्कुल ऐसा था जब हमे भी क्लासीफाई किया गया? जैसे ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शुद्ध? उसका भी मतलब डिस्क्रिमिनेशन बिल्कुल नहीं था। सिर्फ आपको काम? वाइस। 1 क्लासिफाइड कर दिया गया था। ब्राह्मण जो की टीचिंग करेंगे। जिनके पास ऐसा ज्ञान होगा जिसे ब्रह्म का ज्ञान हो। ब्रह्म मतलब जिसके पास सुपर पॉवर नॉलेज है। उसको ब्राह्मण कहा गया था वो टीचिंग करते हैं करेंगे।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 1:18

@CuTeStVaMpIrEz

ह**ो पूर्वा जी बिल्कुल ठीक बात कही आपने कि अब लोगों में सच में सैनशिल्ता नहीं है और वो अक्सेप्टेंस नहीं है जो हम हैं उसके लिए वो उसको एक्सेप्ट नहीं करना चाहते उससे भी 1 डिस्क्रिनेशन क्रिएट हो जाता है और 1 प्रॉब्लम भी क्रिएट हो जाती है लेकिन इसलिए मैंने बात कही एजुकेशन पे देखिये जब फ्रेंडशिप में होते हैं हमारी दोस्तियां होती है तो हम लोग किसी भी चीज को एक्सेप्ट कर लेते हैं और इतनी गंदी वाली फाइट्स भी होती है लड़ते झगड़ते हैं लेकिन हम अपना दोस्त कभी नहीं खोना चाहते हो और वापिस उसके पास चले जाते है या वापस वो हमारे पास आ जाता है सो इसलिए मैंने जो सुजैशनअपनी तरफ से रखा उसमें यही रखा कि अगर स्कूल बिल्कुल स्कूल टाइम से हम इस चीज से इस चीज को लेके चले की सब सेम तरह का एजुकेशन सिस्टम हो सेम तरह का सबके पास इनवायरमेंट हो तो शायद हम इस चीज से जल्दी बाहर आ जाए और बाकी मैं आपकी 11 बात से बिल्कुल सहमत हूँ बाकी सब इस चीज को अगर हम सब कोशिश करें मिल के तो जरूर 11 दिन इस चीज को 1 बेहतर इंडिया बनाने में हम लोग सब बहुत अच्छा अपना पार्टिसिपेशन भी दे पाएंगे और 1 अच्छा युद्ध भी क्रिएट कर पाएंगे थैंक यू सो मच अपूर्वा जी।
@CuTeStVaMpIrEz
Apurva M
@CuTeStVaMpIrEz · 0:47

@Shilpi-Bhalla

i agree with you should do, but we need to understand that along with eficasionsistem we need to teach the generation how to be happy with in so how not just be influence like the this not talibsokeesatma आपको नहीं देखा खुद के नजरे से खुद को देखो न हाव माईपरफेटनभीपरफेक्ट फॉर मी आप जैसे चैनल के के टाइम का ले लो या उनसे पहले के टाइम का भी देख लो सब में ये इम्पोर्टेंस दिया जा रहा है आप खुद को काबिल समझ खुद को ऊपर भरोसा करो फिर आप कोई चीज और करो आप जब तक खुद से कंफर्टेबल नहीं हो हाऊ कैन यू एवर एक्सपेक्ट अदर्स टू भी कंफर्टेबल।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 2:04
लेकिन अब आप क्षत्रिय ही हो? आप ब्राह्मण के घर पैदा हो गए हो? आप? बिल्कुल? अनपढ़ो? चाहे। आपने स्कूल की शकल भी नहीं देखी है? लेकिन अब आप ब्राह्मण नहीं हो। इस चीज ने हमारे लिए 1 प्रॉब्लम क्रिएट कर दी है। और अब हम इससे बाहर। जो हमारी अर्बन सोसाइटी है उसमें। तो अब ये चीजें इतनी मैटर नहीं करतीं क्योंकि सब एजुकेट है सबके पास। सबको पता है कि हम क्या?
@CuTeStVaMpIrEz
Apurva M
@CuTeStVaMpIrEz · 0:18

@Shilpi-Bhalla

namste बसूरती ऐसे टॉपिक की कहां से चालू होती है कहा jati everything means a lot in this every point of valid and that s a beauty of having sex box in gros mental imotional।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:15

@CuTeStVaMpIrEz

je bilkul abora this stocks we improve with other and it makes country of society more mature and more beautiful।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:59

@anandu1234

hello good morning baby how are you i like you are reply and thank you so much for your reply its almost seventy five years as since india becomes three since it was stree from the cletus of the british still today we have come a long way in terms of growth and development like it it is said there s no rose without tron india to has its own set of problems like women safety corruption for india every gill should have the right to leave right to education and right to marry no any aner killing proper inforcement of los there is so many problems we have to get treat to all of these and the youth of india is over hope we will together make a great india game we all hope for the best and thank you so much for reply a game।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 1:20
ह**ो क्यूकर, थैंक यू सो मच फॉर यू रिप्लाई और मेरे जैसे विचार रखने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया सेल को इतना एप्रीशिएट करने के लिए थैंक्स अलॉट और नंदू को आंसर किया की आप यस्टर ही हमारी होप हो और जो एफर्ट्स हम डाल सकते थे हमने डाल दिए हैं और जो एफर्ट हमें डालने चाहिए हम पूरी कोशिश कर रहे हैं अपनी तरफ से वो एफर्ट्स अपने इंडिया को बेस्ट बनाने की वो एफर्ट में अपनी तरफ से डाल रहे हैं और आप भी इस कड़ी को आगे लेकर जाना और कोशिश करना कि हम इन सब बुराइयों से इन सब चीजों से जो डिस्क्रिमिनेशन चाहे जैंडर वाइस क्री एडवाइस किसी भी तरह का जो इस टाइम आप कभी भी देखो या फील करो तो हम बदल तो नहीं सकते 1 ही बार में किसी चीज को लेकिन उसको उसके खिलाफ खड़े तो हो सकते हैं न किसी को रोक नहीं सकते लेकिन टोप तो सकते हैं तो क* से क* टोकने तक का काम तो जरूर करना और इसी तरह से देव जैसे सागर ने बताया कि हमने बहुत सारी चीजों से हम बाहर आ गए हैं और अभी भी लड़ाई लम्बी है तो बहुत सारी चीजों से हम जल्दी ही बाहर आ जायेंगे थैंक यू सो मच और आपका दिन बहुत शुभ होगा।
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