@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 4:57

Hindu dharam aur Mansahaar

article image placeholderUploaded by @Shilpi-Bhalla
हेलो? गुड? मॉर्निंग? स्वेल? कैसे हैं? सब? पित्र? पक्ष से? स्टार्ट? हुई? हमारी? कन्वेशन? और अब बात? वहाँ पे? थोड़ा? टॉपिक? छिडगयाथावेजिटे? न? तो? सोचा? इस पर। 1 न्यू स्वेल बनाती हूँ? और आप सबके? व्यूज भी? जरूर जानना? चाहूंगी? हिन्दू धर्म में। मांसाहार वर्जित है? या? हम? नॉन? वेजिटेरियन हो सकते हैं? अपना? अलाव? है। हमें।

#Sayitonswell

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@Priya_swell_
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 4:17

@Shilpi-Bhalla

तो ऐसा कहा जाता है कि भगवान ने इस बैलेंस को बनाये रखने के लिए ये फूड चेन और फूड वेब कांसेप्ट डाल दिया है मतलब जो पहले से हमारे वातावरण में था उसे हमने साइन की भाषा में फुड वेव और फूड चेन का नाम दे दिया है तो कहीं न कहीं धरती पर सभी जानवरों का कीड़े मकौड़ों का और वो सभी चीजें जो धरती पर जीवित हैं उनके नंबर को उनके नंबरों के बीच में बैलेंस बनाए रखने के लिए ये चीजें होती हैं कि किसी जानवर ने किसी और जानवर को खा लिया, किसी और जानवर को हमने खा लिया और हमें शेर नहीं खा लिया अगर मतलब ऐसा कहीं कोई जगह हो ऐसा तो ऐसा तो होता नहीं है जनरली ब* मुझे ऐसा लगता है कि हमारे धर्म के हिसाब से हमारे खाने का जो कैटेगराइजेशन है वो नहीं होना चाहिए मैं भी बनिया फैमिली से जैसा कि आपने कहा कि बनिया फैमिली में टी परसेंट लोग कंजूम नहीं करते हैं बिकॉज ऑफ ब्रेन तो मैं भी बनिया फैमिली से हूं मेरे यहाँ बस ये होता है कि आप ट्यूजडे को मत खाओ, आप सैटरडे को मत खाओ, आप थर्स डे को मत खाओ मैं पर्सनली सिर्फ ट्यूजडे और थर्स डे को मानती हूँ कि मैं नहीं खा सकती बाकी दिन मुझे कोई इशू नहीं होता है लेकिन फैक्ट फैमिली में फिर वही बात जो मैंने वहां कही थी वही सेम बात मैं यहां भी कहना चाहूंगी कि फैमिली में अगर लोग हर दिन को किसी न किसी भगवान से जोड़ दें तो हम नहीं खाएंगे तो मुझे लगता है कि धर्म का मांसाहार से कोई मतलब नहीं होना चाहिए भगवान ने जो क्रिएट किया है भगवान ने जो 1 बैलेंस हमारे धरती पर जीवों के 1 बैलेंस को बनाए रखने के लिए जो चीजें बनायी हैं, अगर हम उसे डिस्टर्ब करेंगे तो फिर धरती पर जानवरों की संख्या बढ़ जाएगी अगर हम बोले कि हम मुर्गों या मुर्गियों को नहीं खाएंगे हम चिकन नहीं खाएंगे तो इससे धरती पर चिकन का नंबर बढ़ जाएगा क्योंकि जरूरी नहीं है न कि वो चिकन अदर एनिमल भी कंज्यूम करें जरूरी नहीं है कि सारा वही कंज्यूम करें हां, आप ये कह सकते हो कि मुस्लिम के केसेज में वो लोग ज्यादा मांसाहार होते हैं ये बात भी सही है अब उनके केस में ये उनके धर्म से कनेक्टेड हैं ये शायद मैं बचपन से सुनती आ रही हूँ कि वो मुस्लिम हैं तो वो नॉनवेज खाएंगे उन्हें खाना ही है जैसे हमारे यहाँ नॉर्मली कई तरह की सब्जियां बनती हैं शादियों में उनके यहां नॉनवेज कई तरीके से से बनता है शादियों में तो हो सकता है कि उनके उनका धर्म क*्प्लीटली नही इन्ही ऐसे डाइट पर डिपेंडेंट हो ब* मुझे लगता है कि हमारे धर्म में भी इस चीज की फ्रीडम बिल्कुल है और होनी चाहिए मतलब कुछ हद तक नहीं है ये जो मैंने डेज का रेस्ट्रिक्शन कहा कि नहीं है तो उसे अगर अगर हम ध्यान में रखे तो ये बातें नहीं होनी चाहिए मुझे नहीं लगता कि धर्म का कनेक्शन हमारे डाइट से होना चाहिए, बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए थैंक यू में भी मेरी बातें कुछ लोगों को कॉं्ट्रेड**्टिंग लगे, कुछ लोगों को पॉजिटिव लगे ब* मैंने वही शेयर किया जो मैं पर्सनली फील करती हूं जो मुझे जैसा लगता है।
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@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 5:00

@Priya_swell_

और उन्होंने भी अपनी सहिंता में। बहुत जगह। मास के सेवन को। कई बीमारियों में। जब आपको कोई ऐसा दुख खा जाए उनमें। उसको को बताया है। एज मेडिसिन और मनु स्मृति की। 1 लॉ बुक है। उसमे भी कई जगह। पर। मांस के सेवन को। उन्होंने अनुचित नहीं बताया। उचित नहीं बताया। अलग बात है। अनुचित भी नहीं बताया? तो बाकी? बहुत सारी स्टोरीज है। अब जैसे मैंने महाभारत पर बात की थी तो महाभारत में 1 पूरा पर्व है।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 2:59

@Priya_swell_

जी? प्रिया मैंने पहले ही बताया की ये स्वेली थोड़ा लंबा जाने वाला है क्यूंकि? मुझे लगता है जवाब भी बहुत लंबे हो जायेंगे? तो आपने बात की मुस्लिम धर्म की उनकी जो जियोग्राफिकल कंडीशन है मुस्लिम या क्रिस्टियन? या जूस? वो ऐसी थी की वहाँ पर वेजिटेरिन होना पॉसिबल ही नहीं था तो सो वो सब नॉन वेजिटेरियन है एवं जो पारसी लोग ईरान से हमारे यहां शिफ्ट किए तो आप उनको भी देखिए तो वो भी बेसिकली नॉन वेजिटेरियन ही है बट इंडियंस मोस्टली वेजिटेरियन थे आज के टाइम में कम हो गए हैं लेकिन आज भी बहुत अगर देखा जाए तो काफी इंडियन वर्ड टेरियन है तो उसका रीजन यही है की हमारे पास खाने के लिए शाकाहार में बहुत कुछ है तो इसी को और जी भी है डायजेस्टिव भी है आपकी हेल्थ के लिए भी अच्छा है आपके एनवायरमेंट के लिए बहुत अच्छा है अब तो साइंस भी बताती है कि नॉन वेज टीरियन आपके इनवाइर्डमें्ट के लिए बहुत बहुत बेकार है बहुत गलत है आपका नॉनवेज? ठीक है जो लोग जैसे बेंगोली है फिश उनका स्टेपल फूड है कैरेला में फिश स्टेपल फूड है फिश बहुत ज्यादा है वहां पर महाराष्ट्र में कुछ एरिया में फिश टेल फूड आज स्टेपल फूड ली जाती है क्योंकि वहाँ पे फिश है ही बहुत ज्यादा और उनके लिए ठीक है लेकिन अगर आप पंजाब देखिये हरियाणा देखिये हिमाचल देखिये इन एरिया में फिश आपको इतनी इजली अवेलेबल नहीं है तो इनको फिश की जगह फिश खाने की जरुरत भी नहीं है इनके पास और भी बहुत सारे फूड है खाने के लिए क्यों खाना है? आपको है आपको टेस्ट? अब आपकी वही चाइस ी बात आ गई क्या? आपकी अपनी चॉइस? अगर आपको खाना है तो आप खाओगे बाकी जहाँ तक हिंदू धर्म की बात है तो सभी हिंदू हैं आप नेपाल चले जाइए कुछ टाइम पहले ही इसको हिंदु राष्ट्र ऐसे हटा मतलब उन्होंने हटा लिया अपना अपना टैग नहीं तो 1 पुरे वर्ल्ड में हिंदू राष्ट्र 1 इकलौता हिंदू राष्ट्र था और प्योरली नॉन होते है नेपाली और बहुत ऐसे हैं जो मैंने जैसे दुर्गा पूजा की आपको सुबह एग्जामपल भी दी तो इसका बात वही बात है है कि आपको जो भोजन करने के लिए बताया गया था उसका रीजन यही था कि जैसा आप भोजन करेंगे आपका वैसा मन हो जाएगा तो अगर आप खुद को शांत रखना चाहते हैं और आप अपने दिमाग को ज्यादा चलाना चाहते हैं आपका बॉडी वर्क ज्यादा नहीं है तो शाकाहार ही रहिए आपके लिए बेस्ट है और अगर आप 1 वॉरियर है 1 सैनिक हैं देश के लिए? अपने समाज के लिए और राजा के लिए लड़ रहे हैं तो आपके लिए भोजन जो है वो नॉन वेज स्टेडियम है।
@Priya_swell_
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:26

@Shilpi-Bhalla

बहुत सारी चीजें ऐसी थीं मैं जो मुझे नहीं पता था थैंक यू सो मच कि आपने ये स्वेल बनाया और बहुत सारी बातें हमें पता चली क्योंकि टाइम के साथ हम बहुत सारी पुरानी चीजें भूल जाते हैं खासकर ये जो हमारी हिस्ट्री से रिलेटेड चीजें होती हैं ये सब बहुत ही इम्पैक्टफुल और बहुत ही स्पेशल चीज ही होती हैं जो हमें याद रहती है थैंक यू सो मच मैन फॉर डिस्क्राइबिंग ऑल दिस थिंग।
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@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:11

@Priya_swell_

मोस्ट वेलकम प्रिया मुझे बहुत अच्छा लगा आपको इसके बारे में बता कर और आप इसी तरह से पूछते रहिये मैं जरूर जहाँ तक मुझे पता होगा मैं जरूर बताऊंगी।
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@Manalika
Manalika Das
@Manalika · 2:23

@Aishani

हाय तो जैसा आपने बोला कि वेजिटेरियन या नॉन वेजिटेरियन होना आजकल आम बात है तो मैं भी इसको डेफिनिटली अभी की आजकल इतनी बड़ी बात ऑवियसली डेफिनेटली लोग नहीं खाते हैं अगर मान लिया वो अपने धर्म को फॉलो करते हैं तो बिल्कुल नहीं खाते है कहीं कहीं ऐसा हो गया है की उन्हें नहीं फर्क पड़ता वो खा लेते हैं मेरे हिसाब से कुछ टाइम पहले कुछ टाइम मतलब बहुत टाइम पहले ये सब चीजें बहुत विजिट थी मतलब अगर तुम चाहो भी बदल नहीं सकते अगर तुम मन भी करता है पाओगे वो तुम्हारा धर्म तुम आज कल ऐसा सीन नहीं है आजकल दोस्त हैं जैन है वो लोग और वो चिकन भी खाते हैं छुप छुप छुप के खाते है खा लेते हैं तो मेरे हिसाब से आजकल इतना ज्यादा नहीं देखा जाता है इसके बारे में कि क्या तुम भोजन खा रहे हो ब* डेफिनेटली वुड से जब कोई फेस्टिवल होता है नवरात्र होगा कुछ हो गया तब तो हम उसे बहुत दिल से फॉलो करते हैं सो अब ऐसी बात है की कोई फेस्टिवल होगा या कुछ पूजा पूजा हो रही है तब हम न खाए मास कर नहीं खाते यूजी तो वो तब नहीं करेंगे वरना वो खा लेंगे कोई लोग ऐसे होते हैं जो बिल्कुल भी नहीं खाते ऑबवियसली बहुत सारे लोग टेरियन जीटेरियन हैं वन डे को भी टच नहीं करते ग्रेब भी टच नहीं करते वो कुछ नही कर सकते ऐसा मेरी 1 कजन है शी इज जीटेरियन उस प्लेट को धो भी दोगे न बंदे ने चिकन खाया है उस प्लेट में और अगर तुम उस प्लेट धो भी दोगे तो तब भी बोलेंगे इस प्लेट को मेरे प्लेट से अलग रखो मेरा अलग प्लेट होगा मैं नहीं खाऊंगी चाहे कुछ भी हो जाए सो वो पता सबकी थिंकिंग के हिसाब से है किसी को बिल्कुल नहीं पसंद किसी को पसंद है और ऐसा चलता ही है और आई थिंक कुछ सालों बाद ये सब भी नहीं रहेगा लोग बहुत कैजुअल हो जायेंगे ऑब्यसली डिपेंड में ये नही कहूंगा मेरा बोल रही हूँ सच होगा आगे और मुझे ऐसा लगता है की जैसे आज कल भी हम इतना ज्यादा नहीं सोचते हैं कुछ लोग जरूर सोचते है जो थोड़ा ज्यादा ही स्ट्रॉन्ग बिलीव रखते हैं आजकल थोड़ा सब कैजुअल हो गया है थैंक यू सो मच मुझे बताने के लिए मुझे भी नहीं पता था की कितने प्रकार के भोजन होते है सच्ची में मुझे ये जरूर पता था कि ये जो होते हैं वोनकसवगैरहदेडोट स्पाइसी फूड उनको सीधा शादी लाइफ चाहिए होती है ब्राहमण नहीं खाते है पूजा भी मुझे ये नहीं पता था किन किन प्रकार के भोजन भी ऐसे होते हैं क्या होता है तो थैंक्यू सो मच फॉर लेटिंग मी नो अबाउट।
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@Swell
Swell Team
@Swell · 0:15

Welcome to Swell!

@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:48

@Manalika

गुड मॉर्निंग मैं ालिका थैंक यू सो मच फॉर रिप्लाइंग एंड आपने बताया कि आजकल लोग बहुत ग्रैजुअली ले रहे हैं नॉन वेजिटेरियन को तो मैं आपको थोडा सा यह बताना चाहूंगी कि लोग बहुत अवेयर हो रहे हैं वेजिटेरियन होने की तरफ आप देखिए जर्मनी में टेन परसेंट लोग वेजिटेरियन हो गए हैं और वो वैगन है वैगन मींस वो मिल्क भी कंजूम नहीं करते तो क्योंकि आपके एनवायरनमेंट के लिए भी यह बहुत अनहेल्दी है और जो आप आपकी अपनी बॉडी के लिए भी यह उतना ह**्दी नहीं है जितने की बैच प्रोडक्ट्स आपके लिए अच्छे हैं तो बाकी बात फिर वही है चाय सबकी अपनी है बाई थैंक यू सो मच फॉर यू रिप्लाई।
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@Rakyesh
Rakesh BS
@Rakyesh · 0:40
well, this is a very unic topic about food but have ever would like to cut in my view points her well or religion or nation has never had its point about food whether its veg or non with it is always had its point on how we live and what we can add value to mankind so i personally feel whatever the hell that you want to eat you can eat but you have to be a good human being and add value to the oman society and nation thank you।
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@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:08

@Rakyesh

hello good evening rakesh g thank you so much for your reply and i m hundred percent agredwith your point of you।
@Rakyesh
Rakesh BS
@Rakyesh · 0:08

@Shilpi-Bhalla

it s always a pleasure mam interacting with you you have a wonderful and noble tort process appreciate।
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Swell user mugshot
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