मैं कहानी लेकर आई हूँ जरूर बताना कैसी लगी 1 कमरा था जिसमें तरह तरह की आवाजें सुनाई देती थी हरी रोने की, कुल बुलाने की, झुंझलाहट की और उन आवाजों को समझ जाती थी 1 रौशनी फिर अचानक वो रोशनी बुझ गयी और उस कमरे में अँधेरा छा गया अब उस कमरे में कोई आता भी तो उन आवाजों को पुनता न कि समझ पाता धीरे धीरे वो कमरा वीरान हो गया और वो आवाजें उस वीराने में गूंजने लगी अब वो कमरा खंडर बनता जा रहा था और वो आवाजे चीखों में बदलने लगी उन चीखों की आवाजें तक वहा वो खंडर देता जा रहा था वो चीखों की आवाज में है वो खंडर बहता जा रहा था लेकिन उन चीजों को ये है कि वो कमरा फिर रौशन हो और फिर घंटे आपको क्या लगता है क्या वो कमरा वसन होता।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:17
बहुत ही खूबसूरत कहानी थी बिल्कुल अलग थी द नामल और आपने बहुत ही खूबसूरती से उसे डिसाइड किया है 1 अलग ही इमेज बन रही थी दिमाग में आपकी कहानी को सुनते हुए।
zeba sahib
@Sahibzaaadi · 1:31
बहुत शुक्रिया कुछ वक्त पहले बस मेरे जहन में कुछ ऐसा आ रहा था और मैं मोसली जब लिखती हूँ तो या तो अपनी बात लिखती हूँ या फिर अपने जो लोग हैं जिनसे मुझे मेरा वास्ता पड़ा पड़ता है या लेना देना पड़ता है उनसे जो पता होता है वो कुछ कह देते हैं नहीं कह देते तो उससे जो एससास होते है वो एकदम डायरेक्टली तो नहीं कहे जा सकते क्योंकि डर रहता है कि कोई सुन ले तो बुरा न लग जाए और कुछ ऐसा ऐसे होते हैं कि अभी अभी जो कहानी मैंने कही वो मेरी अम्मी के जाने की बात थी तो हां मेरी अम्मी मेरी जिंदगी का बहुत बड़ा हिस्सा था आम शोर बहुत लोगों की जिंदगी का सभी लोगों की जिंदगियों का हिस्सा होती है उनकी अम्मी ब* मैं एक्सप्लेन नहीं कर सकती कि वो कितना बड़ा हिस्सा था मेरी लाइफ का और मैं उनको किस तरह मिस करती हूं तो हां मैं उन्हें रोशनी की तरह देखती हूं और नताला ने कुछ सिखाने के लिए ही शायद कुछ वक्त के लिए अंधेरा किया है और रोशन तो जरूर होगा ये मेरी पूरी उम्मीद है तो आपका बहुत शुक्रिया आपने सुना और आपने क*ेंट किया।
zeba sahib
@Sahibzaaadi · 0:34
hi priya थैंक यू की आपको पसंद आया क्या कहूँ its really weling करते है ces lgta 10 बात मुझ तक नहीं रह गए कहीं और पहुंचे हैं फिर किसी और के दिल को अच्छे लगे हैं तो वो सुनकर खुशी होती है सो थैंक यू कैन।