@rjchinuu
Deepak Rajora
@rjchinuu · 2:01

हाथ जोड़कर ही प्रणाम क्यों किया जाता है?

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क्योंकि उनके भी 2 हिस्से थे शिवा और शक्ति। इसलिए उनको अर्दन सर कहा गया है। तो इस प्रकार हमारी जो पिंगला और इड़ा है इनका 1 एनर्जी फ्लो होता है। दोस्तों वह आपके हाथ जोड़ने से क*्पलीट हो जाता है। जिस तरह हम किन आदि आदि चीजों को जोड़कर 1 करते हैं। उसी तरह हाथ जोड़ने से इन एनर्जी का फ्लो पूरा हो जाता है। उसके बाद दोस्तों आपने देखा होगा हम हाथ जोर कर हमारे अंगूठे को हमारे चेस्ट के थोड़ा सा निचे वाले पाठ पर रखते हैं। 2 अंगूठे के दोनों आगे के हिस्से को मिलाना होता है ना कि सीधे रखने होते हैं।

हम दोनों हाथों को चेस्ट के यहाँ ही क्यों रखते है, हम उन्हें अलग भी तो रख सकते #amreading #

@voicequeen
Jagreeti sharma
@voicequeen · 1:15
zechinugodivning। आपको भी दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम। आपने। बहुत ही रोचक और जानकारी दी। इरा और पिंगला और बैग्स के बारे में। आज्ञा चक्र आँखों के बीच लगाते माथे पे होती है। जहाँ बिंदी लगाते हैं न? उसके ठीक थोड़ा पर। तिलक? जो हम लगाते हैं तिलक भारतीय संस्कृति में? वो? जब हम ऐसे लगाते हैं तो क्या छोटा है? आज्ञा? चक्र अटिलकअज्ञचक्ड़पे ही लगाया जाता है। और जब हम टीला को लगाते हैं तो हम अज्ञशत्रवहाँस्पर् होता है। और अज्ञात स्टिमुलेट होके एक्टिव हो जाता है।
@rjchinuu
Deepak Rajora
@rjchinuu · 0:32

@voicequeen

थैंक? यू? सो? मच। जाती। जी? आपने बिल्कुल? सही? फरमाया? तिलक के बारे में। मैं? आने वाली स्व? तिलक साथ। आपने देखा होगा कि चावल लगाते है? सनातन धर्म में? का? तांगा। आप भी fild हैं? और मुझे भी। आपकी ऑडियो पसंद आती है। और आप मुझे सपोर्ट करते रहते हैं। इसके लिए भी आपका बहुत बहुत धन्यवाद। थैंक यू।
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