नमस्कार? साथियों मेरा नाम राहुल कुशवाह है। मेरे माताजी का नाम सुमन कुशवा है। पिताजी का नाम तेज कुमार कुशवाह है। मैं उत्तर प्रदेश उन्नाव जिले के 1 छोटे से शहर बंगलो का रहने वाला हूँ। और मेरी ये स्वर पर पहली कविता है। जो की माँ पापा के लिए है। कविता। कुशवाह कुछ यूँ है? कि हाथ जल गए उनके। मेरे लिए। रोटियां पकाते, पकाते पाव? जल गए। उनके। मेरी ख्वाहिशों को पूरा करते करते। पर 1 शब्द भी। उन्होंने कहा कुछ और न महंगा है। बस उनकी।
Disha Agarwal
@disha_aga05 · 1:15
ह**ो नमस्ते? मेरा नाम। दिशा अग्रवाल है। और मैं। आपको। पहले तो बधाई देना चाहूंगी। इतनी सुन्दर कविता के लिये। और हर बच्चा चाहता है कि अपने माता पिता को। वो सब दे सके। जितना। वो लोग चाहते हैं। उनकी हर ख्वाहिश पूरी कर सके। तो उसी पर। मैंने भी कुछ लिखा है। और मैं सुनाना। चाहूंगी देव। मिले हैं। धरती। पर। माता पिता के रूप। प्रभु। सलामत? रखना। उनको। चाहे। कुछ। कष्ट। मिले भरपूर।