@Nehakesaath
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@Nehakesaath · 1:49

"Kya, kuch bhi toh nahi"

ह**ो? एवरीवन? कैसे हैं? आप सब? उम्मीद करती हूं। आप सभी। बहुत बढ़िया से होंगे। 1 बार फिर से। स्वागत है आप सभी का। आपके। अल्फाज। मेरी आवाज में नेहा के साथ बहुत डेप्थ है। इस राइटिंग में। और बहुत ही खूबसूरत तरीके से। किसी ने लिखा है? कुछ भी तो नहीं? उस। 1 पल के लिए। शब्द ही नहीं बने? जब तुम मेरे स्थिर मन में हलचल सी कर के शांत से हो जाते हो। और मेरे जवाब का इंतजार करते हो? या शायद? नहीं करते? बस यूं ही खामोश से हो जाते हो? और शायद सोचते हो?

#writing #poetry #shayari #hobbies #apkealfaazmeriawaaz #nehakesaath

@PSPV
Prabha Iyer
@PSPV · 1:04
from the quaity? that you have? recited? i? dont? know? how you? gather? so? beautiful? verses? so? beaiyouaated? that is? a? mame? thing? rating? everybody? can? do? but? the quality? of the? content? the saying? the recitation? should actually? mismarisethelisnes? and you? have? that? keep? गोइंग? थैंक? यू? सो? मच?
@Nehakesaath
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@Nehakesaath · 0:49

@PSPV

ह**ो प्रभा जी नमस्ते? बहुत बहुत शुक्रिया। दिल से बेहद। शुक्रिया आपका मेरे इस पोस्ट को सुनने के लिए और उस पर इतना खूबसूरत कॉम्प्लीमेंट देने के लिए। बिल्कुल। और आपने बिलकुल सही बात कही है। कि बहुत गहराई है इस कविता में। मतलब पढने और सुनने वाला लोकों है की समझ पर डिपेंड करता है। एंड यू नो? हर इंसान। इसको अलग तरीके से समझेगा अलग अलग मीनिंग इसके हो सकते हैं। पर जो जस्ट है इसका वो यही है कि गिर कर उठना और फिर मुस्कुरा कर कहना कि कुछ भी तो नहीं। यह 1 अपने आप में यू नो 1 डेब्ट है।
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