@NEELAM
Neelam Singh
@NEELAM · 3:59

#bookreview बूढ़ी काकी ,

article image placeholderUploaded by @NEELAM
आज की कहानियों में 1 मसालेदार कहानी होती है आज की उसमें सस्पेंस होता है उसमें ट्रील होता है रोमांच होता है बहुत कुछ होता है उस कहानियों में और एकदम आजकल तो वेब सीरीज का भी जमाना है कहानियां तो लोग क* ही पढ़ते हैं पर पढ़ने वाले आज भी किताबों के दीवाने हैं और होने भी चाहिए तो बहुत से लोग बहुत सी किताबों के बारे में बात करते करते हैं हैं आज के जमाने की किताबें उठाते हैं उनको पढ़ते हैं उनकी तारीफें करते हैं पर मैं आज जिस कहानी की तारीफ करना चाहूंगी वह कहानी एहसास की कहानी है महसूस करने की कहानी कहानी है है और जिनके लेखक हैं श्रीमान मुंशी प्रेम चंद जी जो कि मेरे बेहद ही फेवरेट राइटर हैं मेरे गुरु हैं वो 1 तरीके से क्योंकि उनके जैसा कोई नहीं लिख पाता है वह उस पुराने दौर में भी ऐसे लेखक थे जो आज की तरह ही खुले विचारों के थे उनकी आप कहानियाँ पढ़िए जिसमें विधवा को विधवा को विवाह का सम्मान दिया गया है कि वह भी विभाग की अधिकारी हैं इस तरह की बेहद अच्छी कहानियां हैं उनकी और आप जब उनकी कहानी पढेंगे तो आपको एकदम ऐसा लगेगा जैसे हमारी आंखों के सामने वो कहानियां दौड़ दौड़ रही है इतनी सच्चाई होती है उनकी कहानियों में इतना विश्वास पर सच्चाई और एकदम ऐसा लगता है आप खो जायेंगे उनकी कहानी पढ़ने में उनकी 1 ऐसी बुक के उनके बहुत सी लाजवाब कहानी हैं उनमें से 1 कहानी है बूढ़ी काकी की जो कि बेहद अच्छी कहानी है जब हमारा अंत समय से आता है जब हमारा वृद्धा समय आता है उस समय हमारे जीवन की जो अर्थव्यवस्था की डोर है हम वह दूसरों के हाथ में सौंप चुके होते हैं उस समय हम दूसरों को के अधीन हो जाते हैं कि कोई हमें खिलाएगा तो हम खाएंगे क्योंकि हमारे हाथ पैर उन उस समय में चलने बंद हो जाते हैं तो ऐसी 1 बूढ़ी काकी है जो सब कुछ अपने बेटे बहु को सौंप देती है और उसके हाथ पैर बेकार हो जाते हैं और उनके घर में शादी होती है तो वह किस प्रकार सुगंधित भोजन की खुशबू सुनसुन कर के महसूस कर कर के पता करती है कि क्या बन रहा है और उसका मन बालकों की तरह अधीर हो जाता है उस खाने को खाने के लिए तो बड़ी खूबसूरत तरीके से मुंशी प्रेम चंद ने इस कहानी को रचा है और बेहद दर्द भी है इस कहानी में तो मैं चाहूंगी कि आप पुराने इतिहास को कभी न भूलें और इस खूबसूरत सी कहानी को जरूर पढें जिसमें बेहद ही प्रेम दर्द और 1 भूख भी है।

दीवागानी किताबों की 😊 #book #bookreview #swell #writerblog #swellcast #bookreviewweek

@worth_a_talk
Ronak Badgainya
@worth_a_talk · 1:59
hi n i hai sone par me nospr booklet who s प्रेमचंद की कहानियां 2 बैलों की कथा अभी काफी प्रसिद्ध हैं उनकी तो हाई प्रेमचंद की कहानियां मेरे आलमोस्ट फेवरेट में से 1 रहती ही थी और हिंदी साहित्य की जहां तक बात की जाए तो प्रेमचंद से अच्छा शब्दों को सहेज के लिखने वाले और अपना उद्देश्य जो है वो 1 कहानी के रूप में इतनी सुंदरता से सजाते थे कि 1 छोटा बच्चा से लेके कोई 1 बुजुर्ग व्यक्ति भी उन शब्दों को उनके अर्थ को आसानी से समझ पाते थे मे खयाल से हमे जीवन में यही करने की कोशिश करनी चाहिए कि हम जो भी करे वो इतना सरल हो इतना सभ्य हो कि 1 छोटा इंसान से लेकर कोई 1 बुजुर्ग व्यक्ति भी हमारे काम की सराहना कर सके हमारे काम को समझ सके क्योंकि अगर हम सिर्फ ये सोच सकते हैं कि इट इज टू कॉम्प्लिकेटेड टू बी अंडरस्टैंड बा किड वन वि फूड्स हमारा काम हमारा चरित्र इतना सिंपल होना चाहिए कि 1 छोटा बच्चा भी हमें आसानी से समझ पा ओनली देन आई थिंक कॉम्पलेक्सिटी ऑफ लाइफ व क* टू अ बेसिक लेवल टू गेट सॉल्व फास्ट और इससे पहले कोई और समझे हमें इसमें ही आसानी होगी कि हम अपने आप को समझ पाए तो हाँ इस कहानी को सुन के इस पॉडकास्ट को सुन के मुझे बस यही अपने बचपन को याद आया तो मैंने आपके सामने रख दिया मैं आशा करता हूँ की आप सब भी अपने बचपन की कुछ कहानियां शेयर करे।
@mira.gopal
Meera Gopalakrishnan
@mira.gopal · 1:23
tho i have not read this store of munshi pramsensy have right some of is other works like nirmala find in fact, i would say have stedidaspart of my dectonbythehindy prazasabaclasses and i have loved nirmala lot is for trail was what is a very row and when i read it i was a tinagegoladasay, some eight or in and since then nirmala has stade with me ha pain has stade with me her life as state with me that because of the narration of munshi enges he could create suche character and a woman on who in justice has happened and what i loud was that respective of all the pain and everything finally nirmala service she survive the tragedy of her life so he stories of hope is stories of social realities and definitely since you have recommended this, i will try to check this out also।
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