navin sharma
@Navin-sharma · 1:17
के लब को छू लोय करते थे हम कीच यू दीवाने थे
मोहब्बत लव्स कैसा है के समंदर के जैसा है कभी डूबे हुए थे हम, कभी डूबे हुए हो कि राधा भी वो हारी थे जो कृष्णा भी हारे, हम भी तुम्हें हारे है के तुम भी हमें हारे, ये रीत पुरानी है, बिछड़ना भी कहानी है तो इस दुरे बात कुछ कहा है वो कुछ यूं कहा है केलब को छू लिया करते थे हम, कुछ यूं दिवाने थे, कलब को छू लिया करते थे हम, कुछ यूं दिवाने थे शहर का नाम न लूंगा, शहर का नाम न लूंगा, जहां तुमको पाया था, शहर का नाम न लूंगा, जहां तुमको पाया था, वो शहर भी पराया है, वो शहर भी पराया है।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:19
बहुत ही खूबसूरत शायरी थी एंड आपने बहुत ही अच्छे से डिसाइड किया है एंड आई रियली लाइक इट वेरी मच जब पोयट्री को 1 बहुत ही खूबसूरत अंदाज से रिसाइट किया जाता है या स्टोरी को बहुत ही खूबसूरत तरीके से साइड की जाती है इट वाज आलसो नाइस फ्रॉम योर साइड थैंक यू।
nayan tara
@nayantara · 0:19
hello navin but ace lाinsaनेbहुt अच्छे से पढने की koshish ke ostinkeepsaiting have good evening baby।