मंजिल से कहीं दूर। कुछ पूरी? तो कुछ अधूरी आशाएं। बनते। बिगड़ते। कुछ रिश्ते। लड़खड़ाते के कदमों के साथ। कुछ डर। सांसों की। क* होती। नमी? मध्यम। आवाजें। धुंधली। तस्वीर। बहुत कुछ। सीखा। बुलाया। छोड़ा कुछ अपनाया। यही सफ़र? है? जिंदगी? का। मंजिल से कहीं दूर? क* होता? सफर? मंजिल से कहीं दूर। कुछ पूरी? तो कुछ अधूरी आशाएं। अगर पसंद आए? तो आप। मुझे जरूर? बताएं? धन्यवाद।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:07
बहुत ही खूबसूरत राइटिंग थी। सिर और रिसाइटेशन भी बहुत अच्छा था। मुझे बहुत ही अच्छा लगा कि पोस्टिंग लाइक दिस।