Avijit Raj
@Mr.Gentleman96 · 2:39
कुछ शायरी बीते हुए समय के नाम......
मिल ही जाएगा? कभी? दिल को? यकीन रहता है? वो? इसी शहर की गलियों में? कहीं रहता है? जिसकी सांसों से महकते थे? दरो? बाम? तीर है? मका? बोल? कहाँ? आपको? मकी रहता है? 1? जमाना था कि सब 1 जगह रहते थे। और अब? कोई? कहीं? कोई कहीं रहता है? रोज? मिलने पर भी। लगता था कि जुग बीत गए। इश्क में। वक्त का एहसास नहीं रहता है? दिलफसुरदा हुआ देख के उसको।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:48
ह**ो गुड मॉर्निंग अभिजीत जी बहुत बहुत बहुत खूब शायरी। सब शेर 1 से बढ़ कर थे। और आपने उनको बड़े सारे के सारे। मोतियों को बड़े करीने से पिरोया। और सब बहुत बेहतरीन शेर थे। आपने 1 शेर पर पूछा कि आपने किसी को जाने दिया? तो उसके लिए 1 शेयर करना चाहूंगी। मरने का तेरे गम में इरादा भी नहीं है। मरने का तेरे गम में इरादा भी नहीं है। इश्क मगर इतना ज्यादा भी नहीं है। सो आप इसी तरह से अपनी जो शायरी है। जो आप कलेक्ट करते हैं वो प्लीज ऐसे शेयर करते रहिये।