@Jay.pandey
Jay Pandey
@Jay.pandey · 4:59

Congress-Bharat Jodo Yatra

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क्योंकि कांग्रेस पार्टी को सबने यह मान लिया था कि वो मेहनत ही नहीं कर रहे है अगर मेहनत नहीं करेंगे तो आप भाजपा जैसी 1 बहुत ही मजबूत मशीनरी को हराना तो दूर की बात उनके सामने खड़े भी नहीं हो पाएंगे दूसरी चीज राहुल गांधी की छवि राहुल गांधी को ऐसा माना जाता था कि मोदी के सामने राहुल गांधी जी की कोई छवि नहीं है लेकिन इस यात्रा के बाद राहुल जी जी की छवि में सुधार आया तीसरी चीज की साउथ के जो स्टेट हैं जैसे तमिलनाडू का, कर्नाटक का यहां पर कांग्रेस जो पार्टी है वो हमेशा से मजबूत ही रही है लेकिन कुछ सालों से 5 से 10 सालों में कांग्रेस पार्टी यहां भी कमजोर होती जा रही थी लेकिन इस यात्रा के बाद वहां पे साउथ के स्टेट में कांग्रेस पार्टी मजबूत हो सकती है यह आने वाले चुनाव में देखने को मिलेगा ये था भारत जोड़ो यात्रा के बारे में मिलते हैं आपसे अगले ऑडियो में थैंक यू बाय।

#bharatjodoyatra #sayitonswell

@Karan.Dev
Karan Dev
@Karan.Dev · 1:58

https://www.swellcast.com/thinktank

hi जय बहुत बहुत धन्यवाद i really enjoy लिसनिंग टो या पोस्ट न भारत jडoयाt्रामैकांग्रेस का बहुत नेता वेल पे इंटरव्यू किया था और आपको मैं link just atactwiththiwel the thing is yatra 1 bat की यात्रा राहुल गांधी को री ब्रांडिंग हो पाएगा और कांग्रेस को थोड़ा सा मतलब शायद स्ट्रेंन स्ट्रेन हो जाएगा देखना पड़ेगा केरला पे क्या होगा कर्नाटक पे क्या होगा bigest question in my mind is wet all of this will result in action may be result ueding some good results for the congress about it your and a half down the line to two thousand twenty four पे चुनाव आने वाला है apposition is not really together hink about it to its really about opposition unity at the moment so i more interest in seing how many opposition parties come together and join this yatra because the ncp and shivsena odthovtakory is section of the shivsena has decided it join the yatra in maharastra, but you i just want to see what opposition building will result in terms of building the opposition whats going to come out of this yatra understand it its sole congress focus but you know i think that this has wider apet for all of the other parties are apos the bjp at large im also attaching the link to my channel on well, it s called think tank और मैंने बहुt bot neta co interview kia a as i mentioned and you like to hear what you think about that and if you can give some my interviews a like and share edwididappreciate to i⁇mredlylooking for war to your next post।
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@Jay.pandey
Jay Pandey
@Jay.pandey · 4:59

@Karan.Dev #speakitonswell

hello grnsirfrstrfol, i would like to thank you for for apresingmeand giving your valuable views on my swell so as you have as that what will be the role of position in the twenty twenty four election and what this yatra is all about तो मैं अब आपको ये बताने की कोशिश कर रहा हूँ कि यूनिटी अपोजीशन की क्यों इमपोर्टेंट है जो कि आपने भी अपने सेल में मेंशन किया था ऐक्चवली सिर्फ प्रॉब्लम यहाँ पर यह है कि अपोजिशन की यूनिटी बस इम्पॉर्टेंट नहीं है अपोजिशन की यूनिटी टू थाउजेंड ट्वेंटी फोर तक चल भी पाएगा कि नहीं इस पर भी सवाल खड़े होते हैं अगर हम बात करें टू थाउजेंड नाइनटीन के लेंस की जिसमें बीजेपी को 1 लैंड स्लाइड विक्ट्री मिली थी उसमें भी आप देखेंगे कि मेजर जगह पे गठबंधन हो गए थे जैसे उत्तर प्रदेश में 80 सीट्स है अगर उत्तर प्रदेश की 80 में से अगर 60 सीट भी पोजीशन जीतती तो बीजेपी फिर गवर्नमेंट वहां पर देश में फॉर्म कर नहीं पाती क्योंकि यूपी में बीजेपी को टू थाजरनडफॉर्टीन में सेवंटी फोर सीट मिल गई थी और टू थाजरनडनाइनटीन में भी सिक्स्टी एट सीट मिली थी और बल्कि वहां पर बीएसपी और समाजवादी पार्टी जो वहां की सबसे बड़ी 2 पार्टी हुआ करती थी भाजपा के आने के पहले तक वो दोनों पार्टियों का भी गठबंधन हुआ था तो फिर भी बीजेपी जीत गई तो सिर सिर्फ यह सवाल नहीं है कि क्या अपोजीशन साथ में आएगा तो बीजेपी हारेगी या जो पावर में हैं वो गवर्नमेंट हारेगी बात इसकी है कि क्या जो सिर वोट होते हैं दोनों पार्टी इसके वो कंसोलिडेट हो पाएंगे कि नहीं हो पाएंगे क्योंकि सर ऐसा नहीं हो सकता कि अगर 2 पार्टी साथ में आ गई तो इसका ये मतलब है कि दोनों पार्टी के जो वोटर्स हैं वो भी साथ में आ गए जाएंगे इसलिए जैसे कि टू थाउजन्ड नाइनटीन की अगर हम बात करें तो बीएसपी और समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में गठबंधन किया था लेकिन उस गठबंधन के साथ प्रॉब्लम क्या थी कि समाजवादी पार्टी और बीएसपी के जो वोट बैंक हैं वो क्लैश कर रहे थे जो समाजवादी पार्टी का वोट बैंक था वो मेजरली यादव और मुस्लिम है और जो बीएसपी का वोट बैंक है वो ज्यादातर दलित और जो पिछड़े समाज के लोग है वो है लेकिन बीजेपी ने ऐसी पॉलिसीज लेके आई थी 2014 से 2019 तक में जिससे वो पिछड़े वर्ग के लोगों को भी साथ में ले आने में कामयाब हो गई थी इसलिए अपोजिशन को तो साथ में आना ही पड़ेगा वो पहली नीड है अगर आपोजीशन साथ में नहीं आएगी तो तो फिर कोई चांस नहीं बनता कि बीजेपी कहीं भी हारेगी चाहे वो बिहार हो, चाहे वो उत्तर प्रदेश हो, चाहे वो आप बात कर लीजिये कर्नाटका की अगर कर्नाटक में जेडी एस और कांग्रेस साथ मनी आएगी तो कर्नाटका में भी ज्यादा सीट बीजेपी हो जाएंगे तो अब अगर हम बात करते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा का यूनिटी में क्या प्रभाव पड़ेगा तो सर जैसे यात्रा स्टार्ट हुई थी तमिलनाडु से तो तमिलनाडु में अभी डीएमके की सरकार है और डीएमपी के जो चीफ मिनिस्टर है एमके स्टालिन उन्होंने राहुल गांधी को पूरे तरीके से सपोर्ट किया था कर्नाटक में जेडी एस 7 तो नहीं आई लेकिन चुनाव के बाद चाहे वो 2018 को चुनाव हो उसमें भी जेडीएस लास्ट में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर ली थी अगर आप बिहार की बात करें तो बिहार में आरजेडी भी कांग्रेस के साथ आ गई है महाराष्ट्र का अपने खुद ही बताया कि महाराष्ट्र में एनसीपी और जो उद्धव ठाकरे का दल है वो भी साथ में आ गया है मैं जो वो मैं उनका नाम भूला हूँ सर जो भी चीफ मिनिस्टर है सिंधे मैं पूरा नाम भूल हा हूँ उनका दल साथ में नहीं आया है ब* जो शिवसेना का जो उद्धव ठाकरे का दल है वो साथ में आ गया है अगर आप और ऊपर जायेंगे उत्तर प्रदेश में तो समाजवादी पार्टी कांग्रेस को सपोर्ट कर ही देगी बीएसपी का भी पता नहीं है तो ऐसे ऐसे दल सर साथ में आ रहे हैं कुछ दल की अगर बात करें जो कांग्रेस के साथ आने के लिए रेडी नहीं हो रहे हैं वो आप बात करेंगे मेजर मेजर जो दल है वो आम आदमी पार्टी है जैसे फिर अगर आप वेस्ट बंगाल में बात करेंगे तो टीएमसी है ये सर ये जो दल है वो इसलिए साथ में नहीं आ रहे है क्योंकि अगर वो कांग्रेस के साथ में आ जाएंगे तो कांग्रेस से जो उनका कॉम्पिटिशन है वो खत्म होने लगेगा क्योंकि हो क्या रहा है अभी अगर कहीं भी अपोजीशन पार्टी जीत रही है न तो वो 1 बात पर जीत रही है कि जो बीजेपी के साथ के वोट है जो बीजेपी के खिलाफ के वोट हैं जीतने बीजेपी के खिलाफ के वोट हैं वो वोटर्स यह देखते हैं कि कौन बीजेपी को हराने की पावर रखता है यही चीज सर गुजरात में भी हो रही है चाहे वो कांग्रेस हो चाहे आम आदमी पार्टी दोनों ये चीज शो कर रही कि हमारे पास वो पॉवर है कि हम बीजेपी को हरा सकते हैं इसलिए पूरी लड़ाई इसी चीज में चल रही है कि जो अपोजीशन में सबसे बड़ा होगा गुजरात में वो चुनाव जीतेगा इसलिए आप देख रहे हैं कि अपोजीशन की यूनिटी कुछ स्टेट्स में बंद पा नहीं रही है लेकिन अगर टू थाउजंड ट्वेंटी फोर में नरेंद्र मोदी जी को या बीजेपी या फिर एनडीए को टक्कर देनी है तो अपोजिशन को साथ में आना ही पड़ेगा पहली नीड अपोजीशन का साथ में आना फिर दूसरी नीड पोजीशन के साथ में आने के बाद वोटर्स को भी साथ में लेके आना क्योंकि ऐसा नहीं होगा कि 2 नेता स्टेज में खड़े होके हाथ मिला के गठबंधन कर ले तो उनके वोटर्स भी साथ में आ जाए थैंक्स फॉर योर रिप्लाई सर मैं चाहूंगा कि आप मेरे इस सेल में आपको रिप्लाई करे आपके व्यूज थे थैंक्स।
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@Jay.pandey
Jay Pandey
@Jay.pandey · 5:00

@meet1996 #RahulGandi #speakitonswell

उनको 14, 14 घंटे तक 1 हफ्ते तक बैठा के रखती है? और इसमें? लेकिन वो फिर भी झुकते नहीं है। इसके बाद बात आती है कि उनके पास डिग्री क्या है? उनकी क्वालिफिकेशंस क्या है? तो आपको पहली चीज बताऊं कि इंडिया के जो बेस्ट कॉलेज और सेंस डिफेंस कॉलेज? देली? यूनिवर्सिटी का? वहां से उन्होंने ग्रेजुएशन किया है? उसके बाद हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में पढ़े है? उसके बाद स्टैंड फोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़े हैं? उसके बाद वो कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में पढ़े है? अगर किसी के पास इतनी बड़ी बड़ी क्वालिफिकेशंस है? तो?
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