Hritik Sharma
@Hritz_history · 4:55
Sachin Tendulkar: एक युग की शुरुआत
जिसमें सब लोग इतने, बड़े, बड़े, नाम, जो है, पार्टिसिपेट कर रहे थे। स्कूल की ओर से 1 दिन की छुट्टी की गई थी। मुंबई मैच में बढ़िया खेल रही थी। टीम। मैनेजर ने कप्तान लालचंद राजपूत से कहा था कि अब आपके या एलेन में से किसी 1 के आउट होने पर, सचिन को भेजेंगे। जब वो खेलने उतरे तो उसका ध्यान रखना। अभी बहुत छोटा है। लालचंद राजपूत। जब 99 के व्यक्तिगत स्कोर पर रन आउट हुए। मगर जाते हुए एलन को कहा गया।
मैं उस वक्त पापा के साथ बैठकर टेनिस देखा करती थी। क्रिकेट ज्यादा देखा नहीं करती थी? तो देखने के लिए बैठ गए। और जब वो मैदान में उतरते थे तब सचिन सचिन गूंजता था। और 1 वक्त ऐसा ही था? कि भारत मतलब सचिन और सचिन? मतलब भारत? और आज भी? याद है? मुझे वो कहानी? जब नाइनटी नाइनटी नाइन में। वर्ल्ड कप चल रहा था? और उनके पिता का देहांत हो गया था। और उनको इंडिया वापस आना आना था। लेकिन वो फिर भारत के लिए खेलने के लिए वापस आ गए?