अब केवल व्हाट्सएप फेसबुक पर ही मिल लिया करते हैं। करीबी दोस्त यार भी। पहले। मीलों दूरी तय कर के। किराया, भाड़ा, बसों, का देकर जाते थे। बाजार और सामान कितना लेकर आते थे। लेकिन अब तो चंद मिनटों में घर बैठे शॉपिंग होने लगी है। ऑनलाइन साइटों से। घर बैठे? पैसा कमाने का साधन है? सोशल मीडिया। अब तो वर्क फ्रॉम, होम। और व्यापार का जरिया भी है। सोशल मीडिया। आखिर अब हो गया है। हमारा? भारत? डिजिटल इंडिया? धन्यवाद।
मनीष श्रीवास्तव
@kahanibaaz · 1:20
काफी सुकून की जिंदगी थी। क्यूंकी? इतनी ढेर सारी? जो सुविधाएं हैं। वो उस समय नहीं थी? परिवार? 1 साथ रहता था? 1 साथ बैठते थे। आज की डेट में। आप 1 रूप में हो। आपके जो रिलेटिव हैं वो दूसरे रूप में। और वहाँ से आपको बद्दे विश कर देते हैं। और आप उनको यहाँ से थैंक्यू लिखकर भेज देते है। लेकिन वो अपने मुंह पर नहीं बोलते। जमाना इतना ज्यादा आगे बढ़ चूका है। काफी अच्छा लिखा। आपने। बहुत बहुत धन्यवाद। आपको शुभकामनाएं।