हाय गाईज अनुभव 1 आप बीती के साथ कि मतलब रिलेशनशिप होती है तो तुम्हारे भाई को मोहब्बत हुई थी अब भी है उसी से उसने भी कहा था की है उसे पता नहीं किससे है तो मतलब ऐसे बैठे बैठे बातें याद आती है न तो मैं तुम्हें सुनाता कहीं खुद बैठ के याद करने से अच्छा है की कहीं निकाल लो बात वो तो उसकी 1 आदत थी कि जब भी कुछ होता मैं कुछ पूछता था तो वो बोलती है की बाद में ही तुमिनानसीबताऊंगी तो ऐसे पता नी कितनी बातें तुमान छोटी है और पता नहीं कितनी बातें छोटी है और मैं भूल जाता फिर बाद में लेकिन अब बैठता हूँ तो वही जब बातें याद आती है तो उसी में याद आता है कि कैसे बोलती थी कि तुम से बताऊंगी तो उसके लिए कुछ लिखा था की अगर अब लगना भी चाहेगा तो कैसे लगेगा यह किसी अनजान से खुद में ही उलझे रहते हैं मेरे ख्याल कुछ परेशान से और कभी अगर याद आए तो उन्हीं यादों से याद करके कर लेना वो बातें जो तुमने कहा था कि बताऊंगी तुम नान से तो अब लिख तो दिया लेकिन उसे भेजने की हिम्मत नहीं है ऐसी बात नही है कांटेक्ट नहीं है कांटैक्ट है लेकिन वही इग्नोरिंग गेम खेलते हैं तो और ऐसी बात नहीं है आदमी उदास होता है तो मन में बात आती है न कि काश कुछ शुरू नहीं हुआ हुआ होता उसने भी कहा था कि काश हमारी बातें न हुई होती कभी मिले ही न होते तो लेकिन मुझसे अगर दिल से पूछोगे तो ऐसा कौन ही चाहता हो यार की मतलब खुश भी देते टाइम था तो उसकी वजह से ही था और इमरान हाशिमी की मूवी गाना है तो 1 सच्चा वही जिसको मिलती नहीं मंजिलें तो मतलब मंजिल जरूरी नहीं होती वही छोटी छोटी चीजें होती है मजा तो वो देती है तो उसके लिए भी लिखा था कि खौफ मोहब्बत से नहीं झूठी दरखास्तों से था लगावों से नहीं फर्जी वास्तव वास्तव से था कि खौफ मोहब्बत से नहीं झूठी दरखास्तों से था मोहब्बत से नहीं झूठे वास्तों से था और उसे कैसे समझाऊं कि इश्क तो कभी मंजिल से था ही नहीं सिर्फ उसके साथ गुजारे उन हसीन रास्तों से था इतना बहुत है आज के लिए तो इसी के साथ फिर मिलते हैं अगली बार अगले सेल में बाई बाई।
Tejax Music
@tejaxmusic · 0:18
बढिया लिखते हो तुम दिल दिल टूटने वाले है तुमने तुम्हारा फुस बड़ी जो शब्द के हो अच्छे ही निकाल निकाल हो से हो भाई तुम कैसे।
Swell Team
@Swell · 0:15