Amitabh Pandey
@ammy.itsme · 2:32
Kya jo podcast mai apni thought share karte hai asal mai woh waise hi soch rakhte hai?
उससे सच मानना चाहिए? क्या? हमें? या? ये? तो वही बात हो गयी कि हाथी के दांत खाने को कुछ और है? तो मेरा यह कोई? मेरा, यह कोई पर्सनल व्यू? नहीं है। पोस्ट पर। सारे लोग ऐसे होते? है?
Aishani Chatterjee
@Aishani · 2:46
बट सोशल मीडिया में अपने आप को किसी 1 वे में पोटरे करता हो? या करती हो? आई? थिंक? आई? हैव? सीन? दैट? हैपन? क्वाइट? फ्यू? टाइम्स? इन माई? लाइफ? जो कुछ लोग होते हैं जो अपने आप को सोशल मीडिया में 1 वे में पोट्रे करते हैं। और वो होता है उनका कंस्ट्रक्टेड। पब्लिक पर्सनैलिटी? और वो पर्सनैलिटी। लोगों को लगता है कि यही है उनकी सच्चाई। यह है उनकी पर्सनैलिटी। बट। जब आप रियल लाइफ में उन्हीं लोगों के साथ डील करेंगे।
Amitabh Pandey
@ammy.itsme · 1:27
थैंक? यू? सो? मच आसानी जी? आप अच्छा सुना सौरी? for the latrpलयआपबिल्कुल? सही बोल रही हो? सोशल मीडिया से? या फिर किसी भी आदर प्लेटफार्म से? हम इंसान को जज नहीं कर पाए? या नहीं? करना चाहिए? बट? होता? क्या? न? मन के। आपन बचपन से? सुनते आये हैं की फर्स्ट एम्प्रेशनइज द लास्ट ेम्प्रेशनअगर किसी से मोहब्बत होती भी है? तो बहुत सारे रीजन होते हैं।
Swell Team
@Swell · 0:15
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 2:03
मैं आपने अपने 24 लोगों की बात की मैंने वैसे जितने भी लोग देखे है। पनी लाइफ में। उसमे अगर परसेंटेज लगाए जाए? तो सेवंटी पर्सेंट से अब लोग होंगे। जिस तरह ऐसी अपनेआप को प्रेजेंट करते है। वो अपनी नॉर्मल लाइफ में कुछ स तरह के नहीं होते। और मैंने बार कहीं साइकॉलोजी में पढ़ा भी था कि हम हमेशा वो दिखाने की कोशिश करते हैं। जो हम नहीं होते। जो हम होते हैं। वो तो दिखाने की जरुरत ही नहीं पड़ती। वो हम होते हैं और सबको दिखता है। सो?
Amitabh Pandey
@ammy.itsme · 3:10
थैंक यू सिलपीजीआपकोफीबैक में ले मुझे थोड़ा लेट हो गया रिप्लाई ऐक्चवली में? थोड़ा पने वर्क में ज्यादा बिजी रहता हूँ तो मैं इधर थोड़ा सा कम ज्ञान दे पाता हूँ बट उसके लिए मैं सौरी बोलता हूँ आपसे आपने बहुत अच्छा बताया मोस्टली लोग इस तरह से ही होते हैं कि अपन 2 री जिंदगी जीते हैं असल में वो कुछ और होते हैं और बनाने की कोशिश और करते है बट मेरा सवाल बस ऐसा ही है की की अपन ऐसा क्यूँ करते हैं? रीजन क्या है इसके पीछे? क्या हम अपनी सच्चाई के साथ नहीं चल सकते? और ये सिर्फ पोडकास्ट के लिए नहीं है?
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 2:20
वो सबको दिख रहा होता है। सो? मुझे जितनी समझ थी। उस हिसाब से। मैंने आपको। आंसर दे दिया? आपको? कैसा लगा? कैसा लगे? आपका? टॉपिक? इतना ऐसा है? जिसके ऊपर घंटो बात की जा सकती है?
Amitabh Pandey
@ammy.itsme · 1:03
कॉम्प्लिकेटेड न बनाया जाए? जो जैसा बिहेव करता है उस हिसाब से उसके साथ बिहेव करना नहीं चाहिए। अपने को। अपने को समझना पड़ेगा कि सामने वाला जैसा बिहेव कर रहा है? तू क्यों कर रहा है? किसने कर रहा है? और फिर वो जो दिखा रहा है? वो कितना सही है? कितना गलत है? माई? नेम? इज थैंक यू, सो, मच सेल्फी, शेरिंग, थैंक यू।
Neelam Singh
@NEELAM · 2:37
हेलो अभी मैंने आपका स्वेल सुना और जो आप कह रहे थे अभी मैं उस बात से काफी हद तक सहमत हूं आप जो कह रहे हैं वो बिल्कुल सही है काफी लोग ऐसे हैं जो दिखाते कुछ हैं और रियल में कुछ और होते हैं ये दुनिया असल में आज इसी तरह के लोगों से भरी हुई है और हां ये हो सकता है कि कुछ लोगों को जल्दी से बात करने की आदत न हो इसलिए उनको गलत भी नहीं समझा जा सकता जैसे घुल नहीं पाता कोई हरकिसी से या फिर अपनी बात को खुलकर नहीं रख पाता जैसे कहीं न कहीं मैं भी जैसे मैं अपनी बात करूं तो मैं भी ऐसी में बहुत ज्यादा दोस्त नहीं बना पाती और बहुत नहीं खुल पाती हैं लेकिन जिसको मैंने मतलब जो मुझे सही लगा और मुझे भी लगा कि हां यह सामने वाला इंसान अच्छा है तो फिर तो मेरा बस उसके लिए जान भी हाजिर है और बहुत अच्छे से हम उसके साथ रहते हैं लेकिन जैसे मैंने सिर्फ ये बात इसलिए कह रही हूं क्योंकि हो सकता है कि जैसे आपने कहा के बहुत से लोग बात नहीं करते यहाँ इतना अच्छा बोलते हैं तो होता है किसी का नेचर के वो कम बोलता है या हर किसी पर वो ट्रस्ट नहीं कर पाता या फिर दुनिया के हिसाब से जैसे दुनिया हर किसी से हम नहीं इतना बात कर सकते खुल सकते जैसे कि अब मैं सिर्फ आपसे अपनी ही बात करूंगी आपको बताने के लिए जैसे मैं हूं मेरे बहुत सारे ऑनलाइन आईडी है और जैसे उस पर 5 5000 फॉलोवर्स हैं और किसी पर 6000 है किसी पर 8000 हैं तो ऐसे में लोग मेरको बहुत मैसेज करते हैं बहुत काफी मैसेज आते हैं मुझे क्योंकि मैं पॉइंट्स वगैरह करती हूं तो उनको बहुत अच्छी लगती है या मतलब किसी भी वजह से तो लेकिन मैं मैं भी हर बार हर इंसान से बात नहीं कर सकती बहुत से लोग मुझसे बहुत रिक्वेस्ट करते हैं कि प्लीज हमसे बात करो तो मैं बाई चांस ही किसी से बात करती हूं क्योंकि हम इतने लोगों को जानते हैं अगर हम हर किसी से बहुत बात करेंगे तो हम अपना काम कैसे करेंगे तो यह भी 1 नजरिया हो सकता है यह मैंने अपनी बात रखी है सिर्फ बताने के लिए कि हर तरह के लोग हैं और बाकी तो दुनिया में मीठा बोल कर अपना काम निकालना और यह सिर्फ दिखावे के लिए अच्छा बोलना ऐसे तो लाखों लोग हैं तो आपने यह बात की तो मुझे भी अपनी बात रखने का 1 मौका मिल गया इसकी वजह से तो थैंक यू सो मच।
Amitabh Pandey
@ammy.itsme · 1:43
हेलो? नीलम? जी? थैंक यू? फीडबैक? बहुत अच्छा लगा। आपका? रिप्लाई? सुनकर? आपके? थॉट सुनकर। आपने भी सही। बोला है। मुझे भी यही लगता है की आप जैसी पर्सनैलिटी है वैसे ही अपने आप को रिप्रेजेंट करना चाहिए। डुअल फेस बनकर। दुनिया में बहुत सारे लोग घूम रहे हैं। चेहरे पर। चेहरे लगा कर घूम रहे हैं। फेस? मास्क? इतने सारे हैं? तो आप? पहचानी? नहीं? पाओगे? तो? सान।