विचार नहीं किया होगा? आपने? तो? सुनकर? भयंकर? और घोर। आश्चर्य होगा? कि वो सारा का सारा? समान कचड़े के रूप में एकत्र किया जाता है। और बाद में वो समंदर के सपूर्त कर दिया जाता है? हां? अविश्वसनीय लगता है। आपको? सुनने में। मारायणपोलूशन के विषय में। पढ़िएगा? आपको? बेहतर? जानकारी मिलेगी? कि हमारे लालच की वजह से? जितना भी। कचरा? हम पैदा कर रहे हैं। वो सारा का सारा हमारे महासागरों को जा कर के बर्बाद? कर रहा है।
ये खाली। 1 इंसान से? नहीं? सबको मिल जुल कर इस बात के बारे में विचार करना होगा। और पहले खुद से करने के लिए आगे बढ़ना होगा। तभी फिर हम आगे अपने छोटे आगे आने वाली पीढ़ी? यानी अपने बच्चों को समझा पाएंगे। पहले हम खुद दिल में प्रण करें संकल्प लें कि हां? हमें इस तरह से अपने देश को साफ रखना है। अपने घर को, अपने आसपास की जगह को। जहां घूमने जाते हैं। केवल वो पट्टियों पर। लिखा। आपने। जैसा कहा कि पढ कर? उसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। उसे बल्कि दिमाग में रखकर।
हेलो मैम मैं हूँ उम्मीद है आप बहुत अच्छी होंगी आपका भाग 3 सुना सासद विकास का और आज आपने जो मुद्दा उठाया है विकास की सीरीज में अपने भाग 3 में की हम टोरिस जाते हैं वहाँ पर टिकाएं लगी होती है कचड़ा ना फैलाए हाथ न दें और प्लास्टिक के बोतल सुना फेंके पर लोग उन्हें गंभीरता से नहीं लेते हैं तो सबसे पहले तो मैं मैं अपनी सफाई पेश करूँगा की पर्यटन में मेरी बिल्कुल भी रुचि नहीं है कहीं ज्यादा आने जाने में रची बिल्कुल भी नहीं है मेरी मैं कभी ज्यादा जब तक बहुत ही महत्वपूर्ण न हो तब तक ट्रेवल नहीं करता हूँ और रही बात केतना फैलाने की तो उस विषय में तो थोड़ा ऐसा बैग्राउंड रहा है कि बचपन से ही जागरूकता मिली है इन विषयों पर तो कभी कूड़ा न फैलाया है और आस पास किसी को फैलाने दिया है तो इस विषय में काफी बार कुछ अनबन भी हुई है लोगों से पर आईसीएन बने अगर होती रहे और लोगो को कुछ बता पाए तो सी बने स्वीकार कर लेता हूँ और जो आपने ऑनलाइन सेलिंग की बात की अमाजॉन जो हम रिटर्न कर देते हैं कपड़े लेके अमाजोन जो भी प्लेटफार्म्स हैं बहुत सारे प्लेटफार्म्स है और जब हम उन्हें रिटर्न कर देते हैं तो उन्हें कड़े के तौर पर जमा करके समुद्र के सुप्त कर दिया जाता है तो ये बात तो मुझे आपके माध्यम से जानने क्यों मिली हालांकि मैं ऑनलाइन शौपिंग भी बहुत ही आवश्यक होता है तभी करता हूँ और कपड़े जैसी चीजें तो मैं बिल्कुल भी नहीं लेता हूँ मैं अक्सर देखता हूँ की मैं लोकल मार्केट में जाकर कपड़े खरीदें या अन्य भी जो जरूरत की सामग्री है जो बहुत ही नेसेसरी चीज होती है यहाँ मिल नहीं पाती है तो ऐसी ही चीजें ऑनलाइन मंगाता हूँ आपके माध्यम लेकिन सिर्फ 1 मेरे ऑनलाइन शॉपिंग करने या न करने से कोई फर्क नहीं पड़ता लाखों लोग ये करते है की मंगाया और वापस कर दिया तो ये तो आपके माध्यम से ही पता चला कि वो सब सुपर समुद्र में फेंक दिया जाता है कचड़े के तौर पर तो ये तो वाकई में बहुत ज्यादा सोशल हो गया क्योंकि ऐसे लोग हजारों लोग कपड़े खरीदते हैं रोज और हजारों नहीं लाखों लोग रोज कपड़े खरीदते होंगे और उनमें से हजारों वापस कर देते होंगे तो ये तो बड़ा ही शोषण हो गया प्रकृति का तो आपके माध्यम से यह मुझे ज्ञात हुआ है पर मैं कोशिश करूँगा की मेरे माध्यम से यह चीज बहुत लोगो को ज्ञात हो और जितना अधिक से अधिक हो सकेगा इस विषय पर जागरूकता फैलाने का प्रयास करूँगा और आपका दिन बहुत।