इंडियन मिडिल क्लास के यूथ के सामने जो चैलेंज है हम उसका सीक्वेंस आगे जारी रखेंगे और इस पर्टिकुलर एपिसोड में मैं बात करूंगा कि किस तरह से जो इंडियन मिडिल क्लास का यूथ है वो अपने आप को एकदम बहुत ही नैरो सेल में रखता है और इस पूरे भारत को अच्छे से एक्सप्लोर करते हुए समझ ही नहीं पाता है कि क्या क्या ओपोर्चुनिटी है किस तरह से खुद को डेवलप करना है है न इसके लिए मैं उदाहरण देना चाहूँगा सबसे पहले फाइनेंसियल लिटरेसी का की जो पैसे को लेकर के समझ होनी चाहिए मिडिल क्लास के युवा के पास क्यूंकि हम जिंदगी भर पैसे कमाने के पीछे भागते हैं लेकिन पैसा किस तरह से काम करता है किस तरह से बनता है किस तरह से फंक्शन करता है पैसा मार्केट में हम ये समझ नहीं पाते हैं मैं खुद सीख रहा हूँ अभी और जैसे जैसे सीख रहा हूँ मुझे पता चल रहा है कि कितना कम जानता था मैं 1 बहुत ही बेसिक सी बात जो मतलब मैं अब हमेशा सोचता हूँ कि हमारा ज्यादातर अप्रोच यही होता है कि पैसा हमारे पास तो बैंक में रख 2 क्योंकि जरुरत पड़ेगा बैंक से जाकर निकाल लेंगे लेकिन जब इन्फ्लेशन का मुझे पता चला कि पैसा अगर बैंक में है तो वो एक्चुअली इन्फ्लेशन के कारण वो और उसका जो वैल्यू है बाइक कैपासिटी है वो पैसे से मैं जितना सामान 1 साल पहले खरीद सकता था आज उसी पैसे से मैं उतना सामान नहीं खरीद पाऊंगा उदाहरण के तौर पे अगर मैं आज अपने बैंक में सौ रुपए रखता हूँ और बैंक मुझे 2 या 3 प्रतिशत का इंटरेस्ट देती है तो अगले साल मेरे जो सौ रुपए है 100 3 रुपए हो जायेंगे 100 2 रूपए हो जायेंगे लेकिन मैं अभी सौ रूपए से जितना अगर 1 पर्टिकुलर चीनी का उदाहरण ले लेते हैं कि सौ रुपए ऐसे में जितना चीनी इस साल खरीद सकता हूँ अगले साल में 100 2 रुपए से उतना ऐसी कम ही चीनी खरीद पाऊंगा तो जो पैसे का बस नंबर बढ़ रहा है सौ से 100 2 हो रहा है उसका एक्चुअल वैल्यू नहीं बढ़ रहा है और यह चीज जब मुझे समझ में आई न तो मुझे बहुत बड़ा शॉक लगा था बहुत बड़ा शौक कितना ज्यादा मतलब वेस्ट करते हैं अपना पैसा और सबसे बड़ी बात मुझे दुख इस बात का भी होता है कि मिडिल क्लास जो फैमिली होती है उनका युवा जो काम कर रहा है उनके घर का बेटा बेटी जो काम कर रहे हैं मेहनत से कमा रहा है फैक्ट्री में मजदूरी का काम कर रहा है लेबर का काम कर रहा है नीचे से नीचे स्तर का काम कर रहा है और मेहनत करके पैसा जोड़ रहा है बैंक में जमा कर रहा है वो बैंक क्या करती है पैसा उठाती है किसी बिजनेस मैन को देती है बड़े से बिजनेस मैन को जिसका जिंदगी आलरेडी बहुत कंफर्टेबल चल रहा है सब कुछ है उसके जीवन में मुझे उस बिजनेस मैन ऐसी कोई प्रॉब्लम नहीं है मैं खुद 1 इंटर बनने का मेरा सपना है मेरा गोल है 1 तरह से तो उस रास्ते पर मैं खुद निकालना चाहता हूँ लेकिन मैं बस इतना बोलना चाह रहा हूँ न कि ये नहीं होना चाहिए यह नहीं होना चाहिए कि जिस तरह से वो लोन ले ले रहे है बैंक से 1 बार में सौ करोड़ 200 करोड़ 500 करोड़ और उस पैसे को वो अपने बिजनेस में इनवेस्ट कर रहे हैं और उनको जो प्रॉफिट आ रहा है उसको वापस ले चुका भी दे रहे हैं लेकिन उसके कारण हुआ क्या कि जो है न 1 मिडिल क्लास फैमिली का जो पैसा था उसकी वैल्यू घट रही है क्योंकि महंगाई बढ़ रही है क्यूंकि इसको मैं अच्छे से एक्प्लेंन अभी इसलिए भी नहीं कर पा रहा हूँ न की मुझे इसका बारीकी से नॉलेज नहीं है मैं इसको बार बार इसे और ज्यादा रिसर्च कर रहा हूँ कि ये चीज मैं कैसे एक्सप्लेन करूं और बेहतर ढंग से लेकिन मेरा में चैलेंज यहाँ की मिडिल क्लास फैमिली का जो पैसा है कोई 1 बिजनेस मैन उठा रहा है अपना बिजनेस बना रहा है मैं ये नहीं कह रहा हूँ की वो उसे नुकसान हो रहा है किसी का नुकसान अगर हो भी रहा है तो वो सिर्फ मिडिल क्लास फैमिली को हो रहा है और वो व्यक्ति भी जो बिजनेस मैन है न वो जान बुझ कर नुकसान नहीं करना चाह रहा है उसका इनटेंशन हो सकता है जॉब क्रिएशन हमारे कंट्री में लेकिन अंत में मिडल क्लास फैमिली में जो लिटरेसी रेट है न फाइनेंस को लेकर पैसे को लेकर के बहुत कम है और इसके कारण हम जो अपने पैसे होते हैं इनवेस्ट करने की वजाय सेव करते हैं और दूसरा रीजन यह भी है की जो मिडल क्लास फैमिली है युवा जो है जॉब की तैयारी के लिए जीके की बुक पढ़ेगा साइंस की बुक पढेगा और साइंस में भी आसानी से रिसर्च के याद करेगा ऑनलाइनर जॉब के लिए हम कभी भी फाइनल से रिलेटेड कोई बुक नहीं पढ़ते हैं तो में इस पोडकास्ट के थ्रू अपना और न
पिछले एपिसोड में मैंने जो बात की कि किस तरह से मिडिल क्लास फैमिली का जो पैसा है कोई 1 पर्टिकुलर बिजनेसमैन यूटिलाइज करता है उस पैसे का अपने बिजनेस के लिए यूज करता है और अपने बिजनेस को एक्सपेंड करता है अक्रॉस द वर्ल्ड बट आई वांट दैट एवरी मिडिल क्लास lan हाऊ टू bill बिजiनeस यूज that many to gro your own busness डोंट गिव योर मनी टू द बैंक सो दैट बैंक लेंड दैट मनी to the business man मैं यह चाहता हूं मेरा ये दिल से ये 1 चाहत है न कि इस देश में सिर्फ 1 या 2 मुके सम्बानी होने से बढ़िया है कि इस देश के पास 1000 छोटे छोटे मुकेशंबानी हो है न मतलब कि जिस लेवल पर भी मुकेश अंबानी हैं उस लेवल के ना सही उससे 50 प्रतिशत नीचे ही लेकिन कम से कम 1002 हजार मुकेशअंबानी हो 10 हजार मुकेश अंबानी हो क्योंकि ज्यादा से ज्यादा लाइफ इम्पैक्ट होगा फिर किसी 1 व्यक्ति के हाथ में डिसिजन लेने का सारा क्षमता नहीं रहेगा है न लोगों को समझ आएगा न कि किस तरह से बिजनेस बिल्ड होता है बिजनेस बिल्ड करने का जो 1 सीक्रेट है 1 जो तकनीक है जो क्वालिटी है वो सिर्फ कुछ गिने चुने लोगों के पास रुक कर के नहीं रह जाएगा सब लोग इसको सीख पायेंगे क्योंकि ज्यादा से ज्यादा बिजनेस मैन होंगे और मेरी ये ख्वास मेरा गोल है ये मैं जितना कॉन्ट्रिब्यूट कर पाऊँगा इस गोल में मुझे नहीं पता है मगर मैं कोशिश करूँगा कि अपने लाइफ का जो भी नौलेज है उस नॉलेज की सहायता से मैं अपनी लाइफ में जो भी कमा पाऊंगा उस पैसे की सहायता से लोगों में अवेयरनेस क्रिएट करूं कि आप अपने गाँव के लेवल पे अपने डिस्ट्रिक लेवल पर अपने स्टेट लेवल पर छोटा छोटा बिजनेस बिल्ड कीजिए अपने पैसे को बैंक में रख कर के न एकदम डर करके मत जिए जो सबसे बड़ा फीयर फैक्टर होता है न मिडिल क्लास फैमिली के पास पैसे खोने का डर पैसा खो जाएगा तो क्या होगा है न क्योंकि हम पैसे की इतनी ज्यादा तंगी देखते हैं न अपने जीवन में कमी देखते हैं बचपन से ही 10 10 रुपए के लिए 55 रुपए के लिए सब्जी वाले से सब्जी खरीद रहे हैं 5 रुपए भाव कम करवा रहे है सद खरीदने जा रहे हैं जींस खरीदने जा रहे हैं 50 रुपए कम करवाने की कोशिश कर रहे हैं बहस कर ले रहे हैं दुकानदार ऐसे तो वो जो 10 रुपए 20 रुपए 50 रुपए बचाने की जो जद्दोजहत होती है तो इस चीज से हम गुजरे होते हैं और मैं बस यही चाहता हूँ कि ज्यादा से ज्यादा स्माल इंडिपेंडेंट इंटरप्निर्स निकले भारत से क्योंकि जितने ज्यादा स्मॉल इंटरप्यूनुवर्स होंगे न उतनी ज्यादा डायवर्सिटी होगी उतना ज्यादा थिंकिंग इनक्रीज होगा इंडिया के युद्ध का की 1 युवा 10 हजार करोड़ 1 बिजनेस में बना रहा है उससे लाख गुना बेहतर है कि जो है न 10 हजार युवा 11 करोड़ बनाए वो क्वी ओवरऑल इंडिया की इकॉनमी तो है वो वही हुआ उस पर इम्पैक्ट इंडियन इकॉनमी पर इम्पैक्ट तो वही हुआ लेकिन जो 10 हजार लोगो की लाइफ इम्पैक्ट हो गयी न वो ट्रांसफार्म कर देगा इंडिया को आने वाले अगले 10 सालों में 20 सालो में क्यूंकी अगर सिर्फ कोई 1 व्यक्ति 10 हजार कमाएगा 10 हजार करोड़ कमाएगा तो वो एक्सेस उस व्यक्ति के पास एक्सेस जो है न लोगों का बहुत कम होगा उससे कुछ खास लोग ही मिल पायेंगे लेकिन 10 हजार लोग जब 11 करोड़ कमाएंगे तो बहुत आसानी से लोगो से मिल पाएंगे लोगों को सिखा पाएंगे और ये मतलब न सबके लिए फिर फाइनेंसियल इंडिपेंडेंस इजी टू अचीव हो जाएगा हमारे लिए कोई बहुत बड़ा सीक्रेट नहीं रह जाएगा और मैं चाह रहा हूँ इंडियन यूथ खास कर के जो बिहार उत्तर प्रदेश राजस्थान मध्य प्रदेश झारखण्ड यहाँ के युवा हैं जो गवर्मेंट जॉब के पीछे 1 दम 10 साल डेडिकेट करते है ये बहुत बड़ा क्राइम है आपकी लाइफ को लेकर के मैं नहीं कह रहा हूँ की आप गवर्मेंट जॉब के पीछे मत जाइए जाइए लेकिन उसके साथ अपना नॉलेज बिल्ड कीजिए खास करके फाइनेंस को लेकर के ताकि आगे चलके आपको इससे फायदा हो सके