@Shorty_shot, Deepanshu Saini, कुछ अब कहने थे मुझको है कौन यहाँ किससे बोलू बोलूं भी क्या कोई सुनेगा मेरी सोचा आज कागज कलम से मैं कह दूं कागज तो सुनेगा ही कलम तो लिखेगा ही न जिंदगी करीब मेरे और न मुझे सुख और न मुझे सुख।