Akelapan

कुछ अब कहने थे मुझको है कौन यहाँ किससे बोलू बोलूं भी क्या कोई सुनेगा मेरी सोचा आज कागज कलम से मैं कह दूं कागज तो सुनेगा ही कलम तो लिखेगा ही न जिंदगी करीब मेरे और न मुझे सुख और न मुझे सुख।

#openmike #lonliness #lines