जी हाँ ये खूबसूरत अहसास जब हुआ तो 1 अलग ही अनुभूति हुई और लगा मैं भी लिख सकती हूँ कुछ तो लिख सकती हूँ और लिखते लिखते मैं 1 अलग ही मुकाम पर पहुँच गयी। जीवन में जो कुछ घटता गया उसे मैं शब्दों से बया करने लगी और 11 शब्द जोड़कर 1 माला बनती गई। और आज जब उन पुराने पन्नों को पलटती हूँ तो याद आता है वो लम्हा और वो बात जिस को दिमाग में रख के मैंने वो पंक्तियां लिखी थी सच में। दोस्तों, इससे खूबसूरत कुछ नहीं होता कि आप अपने जीवन के छोटे छोटे लम्हों को जब शब्दों में समझौते हैं और सालों बाद उन पन्नों को पलट कर आप उन शब्दों को पढ़ते हैं।
नमस्ते शालनी। पहली बात तो आपको वेलकम ऑन स्वेल क्यूंकि आप यहाँ पर नई है और आप इतना अच्छा लिखते हैं। इतनी खूबसूरती से आप कविता को रिसाइट भी करती है। मैं अपनी रिप्लाई के साथ स्वेल पोटी पेज का लिंक शेयर कर रही हूँ। आपके साथ आप जरूर चेक आउट कीजिएगा उस पेज को उसमें पोइट्री रिलेटेड कुछ प्रोम्स है जो मेरे ख्याल से आपको काफी पसंद आएंगे और आप उन प्रोम्स को इस्तेमाल करके अपने नेक्स्ट स्वेल्स पोस्ट कर सकते हैं। सो डेफिनिटली डू चेक ट आउट एंड वेलकम ऑन स्वेल अगेन।
thank you, so much, der its really। very very sweet of you to guide me, being new obviously, i will need your guidence keep guiding me and thank you once again।